
ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल

? *~ वैदिक पंचांग ~* ?
?️ *दिनांक – 27 दिसम्बर 2024*
?️ *दिन – शुक्रवार*
?️ *विक्रम संवत – 2081*
?️ *शक संवत -1946*
?️ *अयन – दक्षिणायन*
?️ *ऋतु – शिशिर ॠतु*
?️ *अमांत – 13 गते पौष मास प्रविष्टि*
?️ *राष्ट्रीय तिथि – 6 पौष मास*
?️ *मास – पौष (गुजरात-महाराष्ट्र मार्गशीर्ष)*
?️ *पक्ष – कृष्ण*
?️ *तिथि – द्वादशी 28 दिसंबर रात्रि 02:26 तक तत्पश्चात त्रयोदशी*
?️ *नक्षत्र – विशाखा रात्रि 08:28 तक अनुराधा*
?️ *योग – धृति रात्रि 10:37 तक तत्पश्चात शूल*
?️ *राहुकाल – सुबह 11:02 से दोपहर 12:18 तक*
?️ *सूर्योदय 07:25*
?️ *सूर्यास्त – 05:11*
? *दिशाशूल – पश्चिम दिशा मे*
? *व्रत पर्व विवरण –
? *विशेष- *द्वादशी को पूतिका(पोई) अथवा त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
? *~ वैदिक पंचांग ~* ?
? *शनिप्रदोष व्रत* ?
?? *हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक महिने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत किया जाता है। ये व्रत भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। इस बार 28 दिसम्बर 2024 शनिवार को शनिप्रदोष व्रत है। इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है। प्रदोष पर व्रत व पूजा कैसे करें और इस दिन क्या उपाय करने से आपका भाग्योदय हो सकता है, जानिए…*
?? *ऐसे करें व्रत व पूजा*
?? *- प्रदोष व्रत के दिन सुबह स्नान करने के बाद भगवान शंकर, पार्वती fऔर नंदी को पंचामृत व गंगाजल से स्नान कराएं।*
?? *- इसके बाद बेल पत्र, गंध, चावल, फूल, धूप, दीप, नैवेद्य (भोग), फल, पान, सुपारी, लौंग, इलायची भगवान को चढ़ाएं।*
?? *- पूरे दिन निराहार (संभव न हो तो एक समय फलाहार) कर सकते हैं) रहें और शाम को दुबारा इसी तरह से शिव परिवार की पूजा करें।*
?? *- भगवान शिवजी को घी और शक्कर मिले जौ के सत्तू का भोग लगाएं। आठ दीपक आठ दिशाओं में जलाएं।*
?? *- भगवान शिवजी की आरती करें। भगवान को प्रसाद चढ़ाएं और उसीसे अपना व्रत भी तोड़ें।उस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें।*
?? *ये उपाय करें*
*सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद तांबे के लोटे से सूर्यदेव को अर्ध्य देें। पानी में आकड़े के फूल जरूर मिलाएं। आंकड़े के फूल भगवान शिवजी को विशेष प्रिय हैं । ये उपाय करने से सूर्यदेव सहित भगवान शिवजी की कृपा भी बनी रहती है और भाग्योदय भी हो सकता है।*
? *~ वैदिक पंचांग ~* ?
? *गोझरण* ?
?? *सर्दियों में कभी कभी गोझरण पी लिया करें| इअसे किडनी,लीवर बढ़िया रहेगा| खांशी की तकलीफ में फायदा होगा |*
?? *बालों में रूशी हो तो बाल शेम्पू की जगह पे गोझरण से धो लें | शेम्पू भी इतनी सफाई नहीं करता जीतनी गोझरण से हो जाती है| सारी रुसी साफ| नहाने के समय बाल में गोझारण लगाकर १-२ मिनट के बाद धो दें , रुसी साफ |*
??
? *~ वैदिक पंचांग ~* ?
