
ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल

🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌤️ *दिनांक – 28 अक्टूबर 2025*
🌤️ *दिन – मंगलवार*
🌤️ *विक्रम संवत 2082*
🌤️ *शक संवत -1947*
🌤️ *अयन – दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु – हेमंत ॠतु*
⛅ *अमांत – 12 गते कार्तिक मास प्रविष्टि*
⛅ *राष्ट्रीय तिथि – 6 कार्तिक मास*
🌤️ *मास – कार्तिक*
🌤️ *पक्ष – शुक्ल*
🌤️ *तिथि – षष्ठी सुबह 07:59 तक सप्तमी*
🌤️ *नक्षत्र – पूर्वाषाढा दोपहर 01:45 तक तत्पश्चात उत्तराषाढा*
🌤️ *योग – सुकर्मा सुबह 07:51 तक तत्पश्चात धृति*
🌤️ *राहुकाल – शाम 02:45 से शाम 04:07 तक*
🌤️ *सूर्योदय – 06:27*
🌤️ *सूर्यास्त – 05:34*
👉 *दिशाशूल – उत्तर दिशा मे*
🚩 *व्रत पर्व विवरण – छठ पूजा*
💥 *विशेष – षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌞~*वैदिक पंचांग* ~🌞
🌷 *बुधवारी अष्टमी* 🌷
➡ *29 अक्टूबर 2025 बुधवार को (सुबह 09:23 से 30 अक्टूबर सूर्योदय तक) बुधवारी अष्टमी है ।*
👉🏻 *मंत्र जप एवं शुभ संकल्प हेतु विशेष तिथि*
🙏🏻 *सोमवती अमावस्या, रविवारी सप्तमी, मंगलवारी चतुर्थी, बुधवारी अष्टमी – ये चार तिथियाँ सूर्यग्रहण के बराबर कही गयी हैं।*
🙏🏻 *इनमें किया गया जप-ध्यान, स्नान , दान व श्राद्ध अक्षय होता है। (शिव पुराण, विद्यश्वर संहिताः अध्याय 10)*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *गौ-पूजन से सौभाग्यवृद्धि* 🌷
➡ *30 अक्टूबर 2025 गुरुवार को गोपाष्टमी पर्व है ।*
🐄 *कार्तिक शुक्ल अष्टमी को ‘गोपाष्टमी’ कहते हैं | यह गौ-पूजन का विशेष पर्व है | इस दिन प्रात:काल गायों को स्नान कराके गंध-पुष्पादि से उनका पूजन किया जाता है | इस दिन गायों को गोग्रास देकर उनकी परिक्रमा करें और थोड़ी दूर तक उनके साथ जायें तो सब प्रकार की अभीष्ट सिद्धि होती है | सायंकाल जब गायें चरकर वापस आयें, उस समय भी उनका आतिथ्य, अभिवादन और पंचोपचार-पूजन करके उन्हें हरी घास, भोजन आदि खिलाएं और उनकी चरणरज ललाट पर लगायें | इससे सौभाग्य की वृद्धी होती है |*

