ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल
*🌞~ वैदिक पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक – 29 नवम्बर 2024*
*⛅दिन – शुक्रवार*
*⛅विक्रम संवत् – 2081*
*⛅अयन – दक्षिणायन*
*⛅ऋतु – हेमन्त*
*🌥️ अमांत – 14 गते मार्गशीर्ष मास प्रविष्टि*
*🌥️ राष्ट्रीय तिथि – 8 मार्गशीर्ष मास*
*⛅मास – मार्गशीर्ष*
*⛅पक्ष – कृष्ण*
*⛅तिथि – त्रयोदशी प्रातः 08:39 तक तत्पश्चात चतुर्दशी*
*⛅नक्षत्र – स्वाति प्रातः 10:18 तक तत्पश्चात विशाखा*
*⛅योग – शोभन शाम 04:34 तक तत्पश्चात अतिगण्ड*
*⛅राहु काल – प्रातः 10:48 से दोपहर 12:05 तक*
*⛅सूर्योदय – 06:54*
*⛅सूर्यास्त – 05:17*
*⛅दिशा शूल – पश्चिम दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:17 से 06:10 तक*
*⛅अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:06 से दोपहर 12:50 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:02 नवम्बर 30 से रात्रि 12:55 नवम्बर 30 तक*
*⛅ व्रत पर्व विवरण – मासिक शिवरात्रि, संत ज्ञानेश्वरजी पुण्यतिथि*
*⛅विशेष – चतुर्दशी को स्त्री सहवास तथा तिल का तेल खाना व लगाना निषिद्ध है | (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🔹जठराग्निवर्धक प्रयोग🔹*
*🔹(१) प्रातःकाल सोंठ का २-३ ग्राम चूर्ण गाय के एक चम्मच शुद्ध घी में मिलाकर गर्म पानी के साथ सेवन करें, बाद में खुल के भूख लगने पर ही भोजन करें ।*
*🔹(२) हरड़ रसायन की २-२ गोली भोजन के बाद सेवन करने से जठराग्नि प्रदीप्त रहती है ।*
*🔹(३) १ लीटर पानी में ४ चुटकी सोंठ, पाव चम्मच खड़ा जीरा व १ चम्मच सौंफ डाल के १५ मिनट तक उबालें, फिर छान के रख लें । प्यास लगने पर यही पानी गुनगुना करके पियें । इससे जठराग्नि अच्छी रहती है ।*
*🔹कारोबार में बरकत पाने के लिए🔹*
*🔹गो सेवा भी होगी और फायदा भी होगा एक प्रयोग से । जिनकी अपनी दुकान है, अपनी फैक्ट्री, अपना कारोबार है वो लोग, रोज नहीं तो हर बुधवार को गौ माता को हरा चारा खिलाएं ।