– मतगणना पर निगाह रखेंगे 27 ऑब्जर्वर, पांच वीवीपैट मशीन की पर्चियों की काउंटिंग के बाद ईवीएम के मतों के साथ टैली किया जाएगा
– उत्तराखण्ड में कुल 57.22% मतदान
– कुल 47,72,000 मत पड़े
– 23,55,000 महिलाओं, 24,16,000 पुरुषों ने किया मतदान
पहाड़ का सच देहरादून। लोकसभा चुनाव की मतगणना की पूर्व संध्या पर उत्तराखण्ड की पांचों लोकसभा सीट के चुनावी परिणाम व एग्जिट पोल को लेकर भाजपा का उत्साहित है। कांग्रेस ने कहा कि एग्जिट पोल से उलट चुनावी नतीजे आएंगे। कांग्रेस 2004 का इतिहास दोहराएगी।
उत्तराखंड राज्य में कुल 57.22% मतदान हुआ। जिसमें कुल 47,72,000 मत पड़े। इनमें 23,55,000 महिलाओं, 2416000 पुरुषो एवं 87 ट्रांसजेंडरो ने अपने मत का प्रयोग किया।अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय जोगदंडे ने सोमवार को बताया कि मतदान के दौरान मतदान कार्मिकों द्वारा कुल 27156 पोस्टल बैलेट का प्रयोग किया गया। इसके अतिरिक्त 12670 दिव्यांग एवं वृद्ध मतदाताओं ने मतदान किया था। .
इलेक्ट्रॉनिकैली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलट सिस्टम (ETPBS) के माध्यम से अब तक 52053 पोस्टल बैलेट प्राप्त हो चुके हैं।अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. विजय जोगदंडे ने सोमवार को मीडिया सेंटर सचिवालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 के दृष्टिगत राज्य की पांचों लोकसभा सीटों में मतगणना की सभी तैयारी पूर्ण कर ली गई हैं। कल 4 जून को प्रातः 8 बजे से सभी लोकसभा सीटों पर मतगणना प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। जिस संदर्भ में जनपद स्तर पर सभी राजनीतिक पार्टियों के साथ बैठकें संपन्न हो चुकी हैं। सभी प्रत्याशियों उनके एजेंट एवं पार्टी के पदाधिकारियों को स्ट्रॉन्ग रूम को खोलते समय उपस्थित रहने का अनुरोध किया गया है।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि निर्वाचन आयोग द्वारा काउंटिंग की तैयारी एवं काउंटिंग की सभी प्रक्रियाओं में निगरानी रखने हेतु 27 ऑब्जर्वर राज्य में तैनात किए गए हैं।सभी ऑब्जर्वर अपने-अपने जनपदों में पहुंच चुके हैं। उन्होंने कहा कि स्ट्रांग रूम को खोलते समय सभी प्रक्रियाओं की वीडियोग्राफी की जायेगी। आरओ हेडक्वार्टर पर सुबह 8:00 बजे से सर्वप्रथम पोस्टल बैलट की काउंटिंग शुरू होगी, सुबह 8:30 बजे से ईवीएम काउंटिंग शुरू होगी। यह व्यवस्था मात्र आर.ओ हेडक्वाटर में सुनिश्चित होगी, जहां पोस्टल बैलेट आते हैं। अन्य जिलों में सुबह 8:00 बजे से ईवीएम काउंटिंग शुरू होगी।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि पूरे प्रदेश में ईवीएम काउंटिंग के लिए 884 टेबल बनाई गई हैं। एक विधानसभा में अधिकतम 14 टेबल काउंटिंग के लिए रखी हैं। सभी जनपदों में टेबल्स की अलग अलग संख्या हो सकती है। प्रत्येक टेबल पर तीन कार्मिक तैनात किए जाएंगे। जिसमें एक काउंटिंग सुपरवाइजर, काउंटिंग असिस्टेंट और माइक्रो आब्जर्वर होंगे। इसके अतिरिक्त रिजर्व में 120 कार्मिकों की तैनाती भी की जाएगी। मतगणना स्थल पर विद्युत, पेयजल, खानपान एवं लॉ एंड ऑर्डर के लिए विशेष अधिकारियों की तैनाती की जाएगी। काउंटिंग सेंटर के लिए स्पेशल मजिस्ट्रेट की तैनाती भी की गई है।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि काउंटिंग सेंटर में सुरक्षा के दृष्टिगत तीन घेरों में सुरक्षा व्यवस्था बनाई गई है। जिसमें सबसे अंदर घेरे में सीआरपीएफ द्वारा ड्यूटी दी जा रही है। दूसरे घेरे में राज्य सशस्त्र पुलिस बल एवं तीसरे घेरे में राज्य पुलिस द्वारा ड्यूटी तैनात की जाएगी। किसी भी व्यक्ति को तीसरे घेरे के आगे वाहन ले जाने की अनुमति नहीं होगी।
सभी आने वाले व्यक्तियों/ अधिकारियों/ कार्मिकों को डी.ओ या फिर आर.ओ द्वारा जारी पहचान पत्र के आधार पर ही एंट्री दी जाएगी। प्रत्याशियों एवं पॉलीटिकल पार्टी द्वारा नियुक्त किए जाने वाले काउंटिंग एजेंट फार्म 18 में दिए गए नियुक्ति पत्र एवं पहचान पत्र के साथ प्रवेश कर सकते हैं। काउंटिंग केंद्र पर किसी भी व्यक्ति को मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं होगी जिसके लिए अलग से मोबाइल डिपॉजिट सेंटर बनाए गए हैं। इसके अतिरिक्त कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ले जाने पर सख्त रोक है।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि काउंटिंग में पारदर्शिता के लिए समस्त प्रक्रियाओं की वीडियोग्राफी की जाएगी। मीडिया के लिए मीडिया कंट्रोल रूम की व्यवस्था की गई है। यदि प्रत्याशी चाहे तो दूरस्थ जिले के ए.आर.ओ टेबल पर अपना काउंटिंग एजेंट नामित कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रत्येक विधानसभा में पांच रैंडम सिलेक्टेड वीवीपैट मशीन के अंदर पर्चियों की काउंटिंग की जाएगी। जिसके उपरांत उसे ईवीएम में प्राप्त मतों के साथ टैली किया जाएगा।