एसएसपी /एसपी चमोली, रूद्रप्रयाग व उत्तरकाशी बताएंगे मंदिरों व पार्किंग की क्षमता
मंदिर परिसर का 50 मीटर क्षेत्र दर्शन करने वालों के लिए होगा आरक्षित
पहाड़ का सच देहरादून। चार धाम यात्रा के दौरान व्यवस्थाओं का जायजा लेकर लौटे पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार की अध्यक्षता में पीएचक्यू में आहूत सभी आला अफसरों की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। इनमें प्रमुख रूप से चार धाम यात्रा को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए वाहनों के लिए गेट सिस्टम, यात्रियों व वाहनों की क्षमता के हिसाब से आवागमन व मंदिर परिसर का 50 मीटर क्षेत्र फल दर्शन करने वालों के लिए आरक्षित रखे जाने का प्रावधान किया गया है।
2024 के दौरान श्रद्धालुओं के सुगम एवं सुरक्षित आवागमन तथा यातायात को सुव्यवस्थित रुप से संचालित करने के लिए डीजीपी अभिनव कुमार ने पुलिस मुख्यालय में अमित सिन्हा अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन, ए.पी. अंशुमान , अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड, मुख्तार मोहसिन, निदेशक, यातायात, अरूण मोहन जोशी, पुलिस महानिरीक्षक, पीएसी, राजीव स्वरूप, पुलिस महानिरीक्षक, सुरक्षा, सेंथिल अब्दई कृष्ण राज. एस, पुलिस उप महानिरीक्षक,प्रो/मार्ड, सुश्री पी.रेणुका देवी, पुलिस उपमहानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था/नोडल अधिकारी, चारधाम यातायात, के साथ चारधाम यात्रा को सुचारु रुप से संचालित किये जाने हेतु समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।
पुलिस महानिदेशक ने निम्न निर्देश दिये:
• चारधाम यात्रा के दौरान यातायात का दबाव बढ़ने पर यात्रियों हेतु चिन्हित किये गये होल्डिंग एरिया का निरीक्षण कर लिया जाए, जो कि मुख्य कस्बों के पास हों एवं श्रद्धालुओं/ यात्रियों हेतु खाने, पीने, रहने एवं आवश्यक वस्तुओं की सुविधा उपलब्ध हो सके।
• श्रद्धालुओं को जिन होल्डिंग एरिया में रोका गया है, वहाँ पर रोके जाने की अवधि एवं रास्ता खुलने का समय निश्चित किया जाए, एवं इसकी जानकारी लगातार पी0ए0 सिस्टम के माध्यम से श्रृद्धालुओं/ यात्रियों को प्रदान की जाये।
• चारधाम यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं व वाहनों के आवागमन हेतु गेट सिस्टम तैयार किया जाए, ताकि चारों धामों में श्रृद्धालुओं की क्षमता से अधिक भीड़ न हो सके।
• चारधाम यात्रा के यातायात प्लान का अधिक से अधिक प्रचार- प्रसार किया जाए, जिससे धामों में दर्शन हेतु आने वाले श्रद्धालुओं को असुविधा न हो।
• वरिष्ठ/ पुलिस अधीक्षक, उत्तरकाशी, चमोली,रूद्रप्रयाग को निर्देश दिए गये कि मंदिर परिसर में एक बार में श्रद्धालुओं के दर्शन करने की क्षमता, पार्किंग स्थल एवं यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओँ की होल्डिंग कैपेसिटी का आंकलन कराना सुनिश्चित करेंगें।.
• श्रद्धालुओं हेतु मंदिर परिसर में स्लॉट सिस्टम बनाया जाए एवं टोकन दिये जाने की व्यवस्था पर विचार किया गया, जिससे मन्दिर परिसर में लम्बी लाइन न लगे व भीड नियंत्रित की जा सके ।
• श्री केदारनाथ धाम व श्री यमुनोत्री धाम में चलने वाले खच्चरों की आवागमन की टाइमिंग निर्धारित किया जाने पर भी निर्णय लिया गया ।
• चारधाम यात्रा मार्ग पर अलग-अलग स्थानों पर चैकिंग कर बिना पंजीकरण यात्रा करने वाले श्रृद्धालुओं के सम्बन्ध में ट्रैवल ऐजंसी, ड्राइवर एवं सम्बन्धित के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही अमल में लायी जाये।
• चारधाम यात्रा के दौरान मन्दिर परिसर के 50 मीटर के दायरे में केवल दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं हेतु आरक्षित रहे एवं मंदिर परिसर में अनावश्यक रील, सोशल मीडिया कंटेट बनाने वाले लोगों के विरूद्ध नियमानुसार कड़ी कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए गए।
• चारधाम यात्रा मार्ग पर श्रीनगर, चम्बा, भद्राकाली, विकासनगर बैरियरों पर श्रद्धालुओं एवं उनके वाहनों का आउटफ्लो का आंकलन करने के बाद ही श्रद्धालुओं का चारधाम हेतु इनफ्लो सुनिश्चित किया जाये।
• श्री केदारनाथ धाम व श्री यमुनोत्री धाम यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं के आवागमन हेतु रूट पर शेडिंग बनाये जाने की आवश्यकता बतायी गयी ।
• चारधाम यात्रा से सम्बन्धित उच्चाधिकारियों को चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं का समय-समय पर भ्रमण कर व्यवस्थाओं के निरीक्षण करने के निर्देश दिये गये ।