
ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल

? *~ वैदिक पंचांग ~*?
?️ *दिनांक -30 अप्रैल 2024*
?️ *दिन – मंगलवार*
?️ *विक्रम संवत – 2081 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2080)*
?️ *शक संवत -1946*
?️ *अयन – उत्तरायण*
?️ *ऋतु – ग्रीष्म ॠतु*
?️ *अमांत – 16 गते वैशाख मास प्रविष्टि*
?️ *राष्ट्रीय तिथि – 10 चैत्र मास*
?️ *मास – वैशाख (गुजरात और महाराष्ट्र अनुसार चैत्र)*
?️ *पक्ष – कृष्ण*
?️ *तिथि – षष्ठी सुबह 07:05 तक तत्पश्चात सप्तमी*
?️ *नक्षत्र – उत्तराषाढा 01 मई प्रातः 04:09 तक तत्पश्चात श्रवण*
?️ *योग – साध्य रात्रि 10:24 तक तत्पश्चात शुभ*
?️ *राहुकाल – शाम 03:32 से शाम 05:11 तक*
? *सूर्योदय- 05:35*
?️ *सूर्यास्त- 18:54*
? *दिशाशूल – उत्तर दिशा में*
? *व्रत पर्व विवरण – सप्तमी क्षय तिथि*
? *विशेष – * षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
? *~ वैदिक पंचांग ~* ?
? *शिवलिंग के दर्शन हेतु* ?
?? *शिवलिंग पर दूध, जल चढाने जाना हो तो हमेशा सुबह खाली पेट जाना चाहिए | जो जाते हो वो इस बात का ध्यान रखे | चाय – नाश्ता न करके जाए |*
? *~ वैदिक पंचांग ~* ?
? *कलह, धन-हानि व रोग-बाधा से परेशान हों तो* ?
? *घर में कलहपूर्ण वातावरण, धन-हानि एवं रोग-बाधा से परेशानी होती हो तो आप अपने घर में मोरपंख कि झाड़ू या मोरपंख पूजा-स्थल में रखें |*
➡️ *नित्य नियम के बाद मन-ही-मन भगवन्नाम या गुरुमंत्र का जप करते हुए इस पंख या झाड़ू को प्रत्येक कमरे में एवं रोग-पीड़ित के चारों तरफ गोल-गोल घुमाये |*
➡️ *कुछ देर ‘ॐकार ‘ का कीर्तन करें-करायें | ऐसा करने से समस्त प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है तथा ऊपरी एवं बुरी शक्तियों का प्रभाव भी दूर हो जाता है |*
? *~ वैदिक पंचांग ~* ?
? *आम के आम, गुठलियों के दाम* ?
*आम की गुठली को तोड़कर उसमें निकली गिरी को टुकड़े करके नमक में सेक ले 100 ग्राम लेने से साल भर B12 की कमी नही होगी।
