– न्यूरोसर्जरी का 38 वर्षों से अधिक का कार्य अनुभव
पहाड़ का सच देहरादून।
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय देहरादून के कुलपति के रूप में प्रोफेसर (डॉ.) यशबीर दीवान ने विधिवत पदभार संभाला। विश्वविद्यालय प्रबन्धन ने प्रोफेसर (डॉ.) यशबीर दीवान के पदभार सम्भालने पर प्रसन्नता जाहिर की। मेडिकल साइंस के क्षेत्र मे प्रोफेसर दीवान एक जाना पहचाना नाम हैं। उन्हें न्यूरोसर्जरी के क्षेत्र में 38 वर्षों से अधिक का कार्य अनुभव है। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय को उनके अनुभव एवम् कुलशलता का सीधा लाभ मिलेगा। वह एक अनुभवी शिक्षाविद एवम् कुशल प्रशासक के रूप में जाने जाते हैं।
प्रोफेसर (डॉ.) यशबीर दीवान जनरल सर्जरी में एम.एस व न्यूरोसर्जरी में एम.सीएच हैं। वह देश के सम्मानित न्यूरोसर्जन हैं। बेस और वैस्कुलर सर्जरी, स्पाइन, माइक्रो-वैस्कुलर और स्पाइन सर्जरी में उन्हें भारत व विदेश के नामचीन संस्थानों द्वारा विशेषज्ञता प्रशिक्षण प्राप्त है। ट्रॉमा चिकित्सा के विकास में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने अपने शोध और अनुसंधानों के माध्यम से चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान दिया है।
अपने शानदार करियर के दौरान, प्रोफेसर दीवान ने न्यूरोसाइंसेज के क्षेत्र में शिक्षा, अनुसंधान और रोगी देखभाल के उच्चतम मानकों को लगातार प्राथमिकता दी है। अनुसंधान और शोध एवम् अनुसंधान के प्रति उनका जुनून भारत में ट्रॉमा प्रणाली के विकास सहित चिकित्सा विज्ञान में उनके व्यापक योगदान से स्पष्ट होता है। द अल्फ्रेड हॉस्पिटल, मोनाश यूनिवर्सिटी, ऑस्ट्रेलिया में इमरजेंसी और ट्रॉमा के विजिटिंग प्रोफेसर के रूप में, प्रोफेसर दीवान ने अपनी विशेषज्ञता को और समृद्ध किया है और वैश्विक चिकित्सा समुदाय में योगदान दिया है।
प्रोफेसर दीवान श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज और श्री महंत इंदिरेश अस्पताल के पूर्व प्राचार्य जैसे महत्वपूर्ण पदों पर आसीन रहे हैं। उन्होंने 1894 में स्थापित क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, लुधियाना, जिसे भारत में अग्रणी चिकित्सा सुविधाओं में से एक माना जाता है और हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, देहरादून सहित विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों में न्यूरोसर्जरी विभाग के प्रमुख के रूप में भी सेवाएं दी हैं।
अपने कार्यकाल में उन्होंने शैक्षणिक और नैदानिक विभागों का कुशलतापूर्वक नेतृत्व किया है। साथ ही साथ मेडिकल संस्थानों को शिक्षा, अनुसंधान और रोगी देखभाल में उत्कृष्टता के केंद्रों के रूप में भी आकार दिया है। शिक्षा, अनुसंधान और नैतिक रोगी देखभाल के प्रति प्रोफेसर डाॅ दीवान की प्रतिबद्धता श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के दृष्टिकोण और मिशन के विजन के अनुरूप है।
एसजीआरआर विश्वविद्यालय के प्रेसीडेंट श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने विश्वविद्यालय को उत्कृष्टता की नई ऊंचाइयों तक ले जाने की प्रोफेसर डाॅ. दीवान की क्षमता पर विश्वास व्यक्त करते हुए नए कुलपति को अपना आशीर्वाद दिया। अपनी नई भूमिका में, प्रोफेसर डाॅ यशबीर दीवान का लक्ष्य विश्वविद्यालय के समग्र शैक्षणिक और प्रशासनिक कार्यों का नेतृत्व करना, रणनीतिक योजना और नीति निर्माण का नेतृत्व करना, शिक्षा और अनुसंधान की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए नवीन कार्यक्रम शुरू करना शामिह है। इसके साथ अंतर्विषय अनुसंधान को बढ़ावा देना और उद्योग-अकादमिक साझेदारी को मजबूत करना भी उनकी अग्रणी योजनओं का महत्वपूर्ण हिस्सा है। वह छात्रों को असाधारण शैक्षणिक अनुभव प्रदान करने, निरंतर सीखने की संस्कृति को बढ़ावा देने और मान्यता मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में प्रोफेसर (डॉ.) यशबीर दीवान का बतौर कुलपति पदभार सम्भालना विश्वविद्यालय की शिक्षा यात्रा में मील का पत्थर साबित होगा। प्रोफेसर (डॉ.) यशबीर दीवान के कुशल अनुभव एवम् क्षमताओं का विश्वविद्यालय को भरपूर लाभ मिलेगा। उनके कुशल नेतृत्व एवम् श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के प्रेसीडेंट श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज के मागदर्शन में श्री गुरु राम राय विश्वविद्यायल राष्ट्र निर्माण में अपनी महत्वपूर्णं भूमिका सुनिश्चित करेगा।