पहाड़ का सच कोटद्वार। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह द्वारा जनपद में नाबालिगों के वाहन चलाने से बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाये जाने के लिए 1 मई से 15 दिवसीय विशेष अभियान चलाकर नाबालिगों को वाहन न देने और ना ही वाहन चलाने हेतु प्रेरित करने को लेकर अभिभावकों एवं स्कूल प्रबन्धन की मीटिंग लेने के हेतु सभी क्षेत्राधिकारियों एवं समस्त थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया है।
जनपद पौड़ी पुलिस द्वारा 1 मई से विशेषकर श्रीनगर, पौड़ी, कोटद्वार व लक्ष्मणझूला क्षेत्र में चलाए जाने वाले इस विशेष अभियान से पूर्व स्कूल संचालकों एवं अभिभावकों को नाबालिगों को वाहन न देने हेतु प्रेरित करने हेतु ज्यादा से ज्यादा जागरूक किया जा रहा है। शनिवार को अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार श्रीमती जया बलूनी द्वारा कोतवाली परिसर में कोतवाली क्षेत्र में पड़ने वाले 30 से अधिक शिक्षण संस्थानों के संचालकों एवं इन शिक्षण संस्थानों में अध्यनरत छात्र-छात्राओं के अभिभावकों की एक बैठक में अभिभावकों एवं शिक्षण संस्थानों के संचालकों से नाबालिग बच्चों को वाहन चलाने से रोकने के लिए पहल करने का आह्वान किया गया, जिससे सड़क दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
उन्होंने कहा कि नाबालिग बच्चों को यातायात नियमों की ज्यादा जानकारी व समझ न होने के कारण नाबालिग बच्चे लापरवाही व खतरनाक तरीकों से वाहन चलाते है। जिस कारण वाहन दुर्घटना होने की प्रबल संभावना रहती है। खुद को चोटिल करने के अलावा कभी-कभी दूसरे व्यक्तियों के लिये भी यह जानलेवा साबित होता है।
शिक्षण संस्थानों के संचालकों को नाबालिग छात्र-छात्राओं के स्कूलों में वाहन लेकर आने पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाने, पीटीएम (शिक्षक-अभिभावक मीटिंग) के माध्यम से अभिभावकों को भी इस संबंध में जागरूक किए जाने हेतु प्रेरित किया गया। साथ ही नाबालिगों द्वारा वाहन लेकर स्कूल आने पर उनकी सूची बनाकर पुलिस-प्रशासन को दिए जाने के सम्बन्ध में भी महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया।
पुलिस द्वारा बताया गया कि नाबालिगों द्वारा वाहन चलाने पर नाबालिगों एवं उनके अभिभावक जो नियमों का पालन नहीं करेंगे, उन पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी। मोटर वाहन अधिनियम में नाबालिगों द्वारा वाहन चलाने पर 25,000/- हजार रूपये तक का जुर्माना व अभिभावकों तथा वाहन स्वामियों को तीन माह तक की सजा का प्रावधान है। जनपद पुलिस द्वारा इसका कड़ाई से पालन कराया जायेगा।