पहाड़ का सच,पौड़ी
मतदान जन जागृति के तहत गढ़वाली गीत “वोट देणु जाण मिन“ और मतदान जिंगल “जन जन की है यही पुकार, वोट हमारा है अधिकार“ का विमोचन जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. आशीष चौहान द्वारा किया गया।
आगामी लोकसभा चुनाव में शतप्रतिशत मतदान हो इसके लिए लोकगायक अनील बिष्ट द्वारा मतदाताओं को जागरूक करने के लिए गढ़वाली गीत व जिंगल बनाया गया है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने गीत की सराहना करते हुए कहा कि चुनाव में शतप्रतिशत मतदान हो इसके लिए हर मतदाता को जागरूक किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा मतदान में सहभागिता और जन जागृति के लिए एक सहयोग के रूप में इसे प्रस्तुत किया गया है साथ ही सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाताओं को मतदान के प्रति लोक भाषा मे गीत के माध्यम से जागरूकता प्रदान करना है। इसके अलावा उन्होंने 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके मतदाताओं को भी अधिक से अधिक संख्या में मतदान करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि भारत एक लोकतांत्रित देश है जहां 18 साल की उम्र के हर नागरिक को बिना किसी भेदभाव या दबाव के अपनी पसंद का नेता चुनने का अधिकार है। लोकतांत्रिक समाज व शासन की स्थापना के लिए आवश्यक है कि प्रत्येक नागरिक को बिना किसी भेदभाव के मत का अधिकार हासिल हो। उन्होंने कहा कि मतदान किसी भी मतदाता का अधिकार है जिसके महत्व को समझना बेहद जरूरी है।
गढ़वाली गीत “वोट देणु जाण मिन“ और मतदान जिंगल “जन जन की है यही पुकार, वोट हमारा है अधिकार“ गायक और संगीत निर्देशक अनिल बिष्ट ने मतदान जागरूकता गीत और जिंगल के रचनाकार वीरेंद्र खंकरियाल ने कहा कि लोकतंत्र के पर्व पर हमारी ओर से एक भेंट है। मतदान जिंगल के गायक सर्वेंद्र रावत जबकि गायिका अनुपमा बर्थवाल हैं ।