
ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल
*~ वैदिक पंचांग ~
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*दिनांक – 28 मार्च 2025*
* दिन – शुक्रवार*
*विक्रम संवत् – 2081*
*अयन – उत्तरायण*
*ऋतु – बसन्त*
*अमांत – 15 गते चैत्र मास प्रविष्टि*
*राष्ट्रीय तिथि – 7 चैत्र मास*
*मास – चैत्र*
*पक्ष – कृष्ण*
*तिथि – चतुर्दशी शाम 07:55 तक तत्पश्चात् अमावस्या*
*नक्षत्र – पूर्व भाद्रपद रात्रि 10:09 तक तत्पश्चात् उत्तर भाद्रपद*
*योग – शुक्ल रात्रि 02:07 मार्च 29 तक तत्पश्चात् ब्रह्म*
* राहुकाल- सुबह 10:50 से दोपहर 12:22 तक*
*सूर्योदय – 06:12*
*सूर्यास्त – 06:32*
*दिशा शूल – पश्चिम दिशा में*
*ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:02 से प्रातः 05:49 तक*
*अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:20 से दोपहर 01:09 तक*
*निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:21 मार्च 29 से रात्रि 01:08 मार्च 29 तक*
* विशेष – चतुर्दशी व अमावस्या के दिन स्त्री सहवास और तिल का तेल लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*1. जो व्यक्ति अमावस्या को दूसरे का अन्न खाता है उसका महीने भर का किया हुआ पुण्य दूसरे को (अन्नदाता को) मिल जाता है ।*
*(स्कंद पुराण, प्रभास खं. 207.11.13)*
*2. अमावस्या के दिन पेड़-पौधों से फूल-पत्ते, तिनके आदि नहीं तोड़ने चाहिए, इससे ब्रह्महत्या का पाप लगता है ! (विष्णु पुराण)*
*3. अमावस्या के दिन खेती का काम न करें, न मजदूर से करवाएं ।*
*4. अमावस्या के दिन श्रीमद्भगवद्गीता का सातवाँ अध्याय पढ़ें और उस पाठ का पुण्य अपने पितरों को अर्पण करें । सूर्य को अर्घ्य दें और प्रार्थना करें । आज जो मैंने पाठ किया मेरे घर में जो गुजर गए हैं, उनको उसका पुण्य मिल जाए । इससे उनका आर्शीवाद हमें मिलेगा और घर में सुख-सम्पत्ति बढ़ेगी ।*
*गरीबी भगाने का शास्त्रीय उपाय
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*गरीबी है, बरकत नहीं है, बेरोजगारी ने गला घोंटा है तो फिक्र न करो । हर अमावस्या को घर में एक छोटा सा आहुति प्रयोग करें ।*
*सामग्री : १. काले तिल २. जौ ३. चावल ४. गाय का घी ५. चंदन पाउडर ६. गूगल ७. गुड़ ८. देशी कपूर एवं गौ चंदन या कण्डा ।*
*विधि: गौ चंदन या कण्डे को किसी बर्तन में डालकर हवन कुण्ड बना लें, फिर उपरोक्त ८ वस्तुओं के मिश्रण से तैयार सामग्री से, घर के सभी सदस्य एकत्रित होकर नीचे दिये गये मंत्रों से ५ आहुति दें ।*
*आहुति मंत्र*
* १. ॐ कुल देवताभ्यो नमः*
* २. ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः*
* ३. ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः*
* ४. ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः*
* ५. ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः*
*इस प्रयोग से थोड़े ही दिनों में स्वास्थ्य, समृद्धि और मन की प्रसन्नता दिखायी देगी ।*
