पहाड़ का सच, देहरादून।
आर्केडिया ग्रांट में चल रही पारंपरिक रामलीला का आज चतुर्थ दिवस है। आज की लीला में राम बनवास का बड़ा मार्मिक मंचन किया गया।
आज के मुख्य अतिथि गंगा सिंह बिष्ट,भूतपूर्व सैनिक एवं आर्डिनरी कैप्टन बासुदेव सिंह, और मातृ शक्ति में श्रीमती नीलम जोशी अध्यक्ष नन्दा देवी कीर्तन मंडली, साईं विहार के साथ ही बड़ी संख्या में स्थानीय जनता उपस्थित रही।
आज की लीला में दशरथ जी कहते हैं कि अब मुझे राजपाठ से क्या करना है अब में वन में जाकर प्रभु की भक्ति करूंगा। महाराज राम को बुलाकर कहते हैं कि बेटा राम समस्त मंत्रियों का मत है कि अब राजपाठ तुम्हे सौंप दूं। तो रामचंद्र जी माता कौशल्या से कहते हैं कि माता मुझे पिताजी राजपाठ सौंप रहे हैं, तो माता कौशल्या बहुत खुश होती है। तभी मंथरा को पता चलता है कि राम का राज्याभिषेक होने वाला है, तो वो कैकेई के कान भरने लगती है, और केकई की मति भ्रष्ट कर देती है, वो कोप भवन में चली जाती है।
राजा दशरथ रानी के भवन में आते हैं तो पूछते हैं कि रानी तुम क्यू दुःखी हो तो रानी कहती हैं कि राजा आपने मुझे दो वचन दिए थे, वो आज मांग रही हूं। एक वर में राम को चौदह वर्ष का वनवास और दूसरा वर भरत को अयोध्या का राजपाठ।