– सहायक श्रम आयुक्त ने विभिन्न दुकानों पर बाल मजदूरों को मुक्त कराया
– बाल श्रम क्यों हो रहा है, इसकी तह तक जाना भी जरूरी
पहाड़ का सच देहरादून। जिले में बालश्रम को लेकर जिलाधिकारी जिला प्रशासन ने सख्ती दिखाई है।बालश्रम की सूचना पर जिलाधिकारी सविन बंसल ने सहायक श्रम आयुक्त को जनपद में छापेमारी के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी के निर्देश पर गुरुवार को बालश्रम उन्मूलन जिला टास्कफोर्स ने सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर सहस्त्रधारा रोड पर स्थित, रेस्टोरेंट आदि प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान बालश्रम करते पाए गए कई बच्चों को छुड़ाया गया। बच्चों की चिकित्सा जांच कराते हुए बाल कल्याण समिति को सौंपे गए, जहां बच्चों की कांसिलिंग होगी तथा बच्चों को उनके अभिभावकों तक पंहुचाने की प्रक्रिया की जाएगी।
डीएम ने बालश्रम पर रोक लगाने के लिए छापेमारी की कार्यवाही के साथ-साथ विभिन्न माध्यमों से जागरूकता कार्यक्रम संचालित करने के भी निर्देश दिए। दुकानों, प्रतिष्ठानों एवं सार्वजनिक स्थलो पर बालश्रम अपराध सम्बन्धी पोस्टर, पम्पलेट चस्पा कराये। इनमें बालश्रम कराते पाये जाने पर बाल एवं किशोर श्रम (प्रतिषेध एवं विनियमन) अधिनियम 1986 के प्राविधानोें का विवरण उल्लिखित हो।
जिला टास्कफोर्स में सहायक श्रम आयुक्त दीपक कुमार, राज्य समन्वयक बचपन बचाओ सुरेश उनियाल, एलईओ दीपक कुमार, अश्वनी कुमार, अमित थपलियाल, आईसा, समर्पण संस्था से मानसी मिश्रा,चाइल्ड हेल्पलाइन से सविता गोगिया, आसरा ट्रस्ट से जसबीर एवं लक्ष्मी, जिला बाल संरक्षण इकाई से प्रवीण चौहान, आदि टीम में शामिल रहे।