– मामले का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री धामी ने तुरंत कार्रवाई करने के दिए निर्देश
पहाड़ का सच देहरादून।
बेरोजगार युवकों को आईटी कंपनी में नौकरी के नाम पर विदेश ले जाकर बंधक बनाने और साइबर फ्रॉड कराने के मामले में थाना रायवाला में मुकदमा दर्ज किया गया है। रायवाला के एक युवक के परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है. बताया जा रहा है कि उत्तराखंड के 10 युवकों समेत देश के 200 लोगों को विदेश में बंधक बनाया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मामले का संज्ञान लेते हुए तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
देहरादून पुलिस के मुताबिक, 5 जून को जिया गौतम, इंद्रा कॉलोनी, प्रतीत नगर रायवाला ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनका भाई विधान गौतम आईटी सेक्टर में काम करने के लिए मार्च 2024 में दुबई गया था। वहां से अपने 7 अन्य भारतीय साथियों के साथ मई 2024 में घर वापस आ गया था। मई 2024 में गुजरात निवासी एजेंट जय जोशी ने उनके भाई विधान गौतम को वीडियो कॉल किया और विधान व उसके 7 साथियों को थाइलैंड में बड़ी आईटी कंपनी में जॉब दिलाने के साथ ही अच्छी सैलरी दिलाने की पेशकश की। एजेंट ने वीडियो कॉल के जरिए सभी का स्क्रीनिंग टेस्ट भी लिया। कुछ दिन बाद एजेंट ने सभी को बताया कि उनका सिलेक्शन बैंकॉक की आईटी कंपनी में हो गया है।
इंडिया से बैंकॉक, थाइलैंड जाने का सारा खर्चा और सुविधाएं कंपनी देगी। पीड़ित की बहन जिया ने पुलिस को बताया कि 21 मई को एजेंट जय जोशी उनके भाई विधान और 7 अन्य साथियों को दिल्ली से लेकर बैंकॉक (थाईलैंड) पहुंचा। उसके बाद उनका अपने भाई विधान से संपर्क नहीं हो पाया। इसके बाद उन्होंने एजेंट जय जोशी से संपर्क किया तो जय जोशी ने उन्हें बताया कि विधान को अच्छी जॉब मिली है और वो ज्यादा व्यस्त होने के कारण बात नहीं कर पा रहा है। उसके बाद जय जोशी से उनकी कोई बात नहीं हो पाई।
इसी बीच कुछ समय बाद पिता के नंबर पर विधान के नाम से एक व्हाट्सएप कॉल आया और उसने बताया कि एजेंट जय जोशी ने उनके साथ धोखाधड़ी की है। विधान और उसके 7 साथियों को बैंकॉक एयरपोर्ट से एजेंट के साथियों द्वारा बंदूक दिखाकर उन सभी को अगवा कर वहां से म्यांमार बॉर्डर क्रॉस कराया गया, जहां उन्हे बंधक बनाकर रखा है। वहां पर लगभग 70 भारतीय समेत अन्य देशों के कुल 200 लोगों को बंधक बनाकर रखा गया है। इनमें 10 युवक उत्तराखंड के हैं। कॉल पर बताया गया कि बंधककर्ता प्रताड़ना देते हुए उनसे साइबर फ्रॉड का काम करवा रहे हैं। जो इनकी बात नहीं मानता, उसे मार दिया जाता है। पीड़ित के पिता को कॉल पर बताया गया कि यदि सभी लोगों को कब्जे से जल्द नहीं छुड़ाया गया तो उनको भी मार दिया जाएगा।
वहीं, एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि जिया गौतम की तहरीर के आधार पर एजेंट जय जोशी के खिलाफ थाना रायवाला में मुकदमा दर्ज किया गया है। विदेश मंत्रालय भारत सरकार, सूचना ब्यूरो और अन्य संबंधित एजेंसियों से लगातार समन्वय स्थापित करते हुए युवकों की वापसी के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एजेंसियां अपने लेवल पर कार्रवाई कर रही हैं। मुख्यमंत्री धामी ने भी मामले का संज्ञान लिया है। इसके साथ ही दून पुलिस की एक टीम जांच के लिए गुजरात जा रही है।