– पिटाई होने से सहमी हुई थी नाबालिग
– वापस नहीं जाना चाहती थी
– आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज, हिरासत में लिया
– बाल आयोग ने पुलिस से मांगी रिपोर्ट, सीएम राहत कोष से दो लाख देने की घोषणा
– बड़े घरों में नाबालिग नौकरों के साथ अक्सर होती हैं दुर्व्यहार की घटनाएं
पहाड़ का सच देहरादून।
रेसकोर्स स्थित एक फ्लैट में काम करने वाली नाबालिग की मौत के प्रकरण में यह बात सामने आई है कि उसके साथ अक्सर मारपीट हुआ करती थी। इसलिए वह भागकर अपने मां बाप के पास आ गई थी। इस प्रकरण में पुलिस ने मृतका के परिजनों की तहरीर पर आरोपी अभिषेक उर्फ राजा लूथरा,उसकी पत्नी तथा एक अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
प्रकरण पर कांग्रेस ने विधानभा सत्र के दौरान सदन के भीतर व बाहर सड़क पर मामले को उठाया है। घटना की जानकारी मिलने के बाद पार्टी विधायकों ने नाबालिग के परिजनों से भेंट की और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। पुलिस के अनुसार शुरुआती जांच घर पर लगे सीसीटीवी कैमरों से की गई। डीवीआर के अनुसार फ्लैट में घटित यह घटनाक्रम 52 मिनट के अंदर हुआ। फुटेज में मृतका सुबह नौ बजकर 27 मिनट के आसपास स्टूल लेकर बाथरूम की ओर जाती दिखाई दी। इसके बाद लगभग 10 बजे अभिषेक लूथरा सहित चार-पांच लोग उसको खोजते हुए बाथरूम की ओर जाते दिख रहे हैं। यह नाबालिग को बाथरूम से वापस लाकर प्राथमिक उपचार देने की कोशिश करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
पुलिस पड़ताल में सामने आया है कि इस प्रकरण के पीछे नाबालिग से हुई मारपीट अहम वजह हो सकती है।दरअसल, मृतक नाबालिग का दो दिन पहले आरोपी अभिषेक की बड़ी बेटी से झगड़ा हुआ था। इसके बाद मृतक नाबालिग ने आरोपी के बेटी को थप्पड़ मार दिया था। आरोपी ने नाबालिग की बेल्ट से पिटाई कर दी थी। इससे वह काफी सहमी हुई थी और काम पर नहीं जाना चाहती थी, लेकिन वह जबरन उसे काम पर ले जा रहे थे।
परिजनों ने बताया कि उनकी नाबालिग बेटी दो माह पूर्व से आरोपी के फ्लैट में काम कर रही थी। इससे पहले भी कई बार मालिकों की ओर से उसके साथ मारपीट की जाती रही है। 27 फरवरी को आरोपी का परिवार कहीं पार्टी में जा रहा था। मृतका आरोपी को बड़ी बेटी को पार्टी के लिए तैयार करने में सहयोग कर रही थी। इसी दौरान किसी बात को लेकर दोनों का झगड़ा हो गया।
मृतका की छोटी बहन ने बताया कि दीदी ने बताया कि आरोपी की बेटी ने उसके पेट में मुक्के मारे गए थे। इसके बाद उसने भी उसे थप्पड़ जड़ दिया था। बताया जा रहा है कि यह बात आरोपी अभिषेक लूथरा का नागवार गुजरी और उसने मृतका की बेल्ट से जमकर पिटाई कर दी थी। परिजनों के मुताबिक यह बात उसने अपनी सहेलियों को भी बताई थी। जिसके बाद वह अगले दिन भागकर घर आ गई। वह दोबारा वहां नहीं जाना चाहती थी। लेकिन बुधवार को आरोपी का ड्राइवर उसे जबरदस्ती साथ ले गया।
आरोपी अभिषेक ने खुद दी थी पुलिस को सूचना
घटना के बात आरोपी अभिषेक लूथरा ने खुद थाने पहुंचकर मृतक के बारे में सूचना थी। उसने पुलिस को बताया कि उनके घर में काम करने वाली नाबालिग ने घर के बाथरूम फांसी लगा दी है। इसे उन्होंने अपने घर में काम करने वाले अन्य लोगों की मदद से नीचे उतारकर उपचार के लिए कोरोनेशन अस्पताल ले गए। डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस सूचना के बाद ही पुलिस मौके पर पहुंची थी और मृतका के परिजनों को सूचना दी थी।
पोस्टमार्टम में मौत का कारण सुसाइड
पुलिस ने तीन डॉक्टरों के पैनल से मृतका का पोस्टमार्टम कराया। रिपोर्ट में मौत का कारण सुसाइडल हैंगिंग पाया गया है। इससे अलावा शरीर पर कोई बाहरी चोटों के निशान नहीं पाए गए हैं। परिजनों की ओर से जो दुष्कर्म का आरोप लगाया था। रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि नहीं हुई है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि डाक्टरों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। साक्ष्यों के आधार पर जांच की जा रही है।
दो लाख सहायता की घोषणा
नाबालिग की मौत के मामले में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने परिजनों से मुलाकात की। उन्हें आश्वासन देते हुए कहा कि इस संबंध में जांच की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान मंत्री ने मुख्यमंत्री राहत कोष से दो लाख रुपए आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की।