पहाड़ का सच, चमोली
जनपद चमोली के वरिष्ठ पत्रकार रजपाल बिष्ट को विश्व पर्यावरण दिवस को मैती सम्मान से नवाजा जाएगा। कल्प घाटी ऊर्गम में गौरा देवी पर्यावरण पर्यटन एवं विकास मेले में यह सम्मान प्रदान किया जाएगा। इस अवसर पर पेड वाले गुरुजी धन सिंह घरिया और लक्ष्मण सिंह नेगी सचिव जनदेश को भी मैती सम्मान दिया जाएगा। यह जानकारी मैती आंदोलन के प्रणेता पद्मश्री कल्याण सिंह रावत ने दी हे।
रजपाल जी के पास पत्रकारिता का लंबा अनुभव है। चार दशको की पत्रकारिता का उनका चमकदार कैरियर हर पत्रकार के लिए प्रेरणास्रोत है। उन्होंने जनसरोकारो की पत्रकारिता को नया मुकाम दिया। पर्यावरण से लेकर संस्कृति, सामाजिक सरोकारों से लेकर सदूरवर्ती गांव की कोई खबर हो या फिर राजनैतिक गलियारों की खबर, हर जगह उनकी पैनी निगाहें होती हैं। पत्रकारिता में 4 दशक के लंबे अनुभव के धनी रजपाल बिष्ट नें पत्रकारिता की शुरुआत 1982 में स्थानीय उत्तरी ध्रुव,देव भूमि से की। इसके बाद नवभारत टाइम्स , जन सत्ता, अमर उजाला, दैनिक जागरण के माध्यम से जनसरोकारो की पत्रकारिता के मिशन को आगे बढ़ाया। हिमाचल से लेकर उत्तराखंड तक उन्होने अपनी बेजोड पत्रकारिता का लोहा मनवाया है। वर्तमान में रजपाल बिष्ट राष्ट्रीय सहारा गोपेश्वर के ब्यूरो चीफ हैं।
चार दशक की अपनी पत्रकारिता में रजपाल बिष्ट नें जल जंगल जमीन के लिए अनगिनत लेख लिखे। उनके लेखों में पर्यावरण की चिंता साफ देखी जा सकती है। उनके लेख लोगो को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने का संदेश देती है। उन्होने पर्यावरण, जल- जंगल से जुडे हर खबर को सदैव प्रमुखता दी। उन्होने पर्यावरण संरक्षण के प्रसिद्ध चिपको आंदोलन को अपने लेखो के जरिए नयी पहचान दिलाई।