– गायब हुए अधिकांश आरटीई के हैं फर्जी दाखिले, मामले की जांच की मांग
पहाड़ का सच विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि अकेले जनपद देहरादून में गत वर्ष शैक्षिक सत्र 2023 -2024 के दौरान बीच सत्र में लगभग 6688 छात्रों ने अशासकीय/प्राइवेट विद्यालयों को अलविदा कह दिया। यू-डाइस सिस्टम लागू होते ही सभी फर्जी आरटीई (शिक्षा का अधिकार अधिनियम) के माध्यम से हुए दाखिले एकाएक गायब हो गए।
नेगी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अगर प्रदेश के मैदानी जनपदों की बात की जाए तो आंकड़े चौंकाने वाले हो सकते हैं। स्कूल प्रबंधन और विभाग की मिली भगत के चलते इस माहाघोटाले को अंजाम दिया गया था। नेगी ने कहा कि मोर्चा द्वारा वर्ष 2023 में इस महाघोटाले को लेकर सचिव, विद्यालयी शिक्षा रविनाथ रमन से मुलाकात कर जांच की मांग की थी तथा पुरजोर तरीके से इस घोटाले को उजागर किया था, जिसको देखते हुए अधिकांश विद्यालयों ने फर्जी दाखिलों को कागजों से निकाल बाहर कर अपनी जान बचाने का काम किया।
उन्होंने कहा कि कुछ छात्र किसी कारणवश विद्यालय छोड़ कर चले गए, जिनकी संख्या मात्र सैकड़ो में हो सकती है। ऐसे कुछ छात्रों ने विद्यालय छोड़ा है ,उनके कारणों का भी पता लगाया जाना चाहिए।
उन्होंने शिक्षा मंत्री से मांग की कि मामले की जांच की जाए। जिससे प्रदेश को हुई करोड़ों रुपए की क्षति इन विद्यालयों से वसूली जा सके एवं इस महालूट में शामिल विभागीय अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जा सके। पत्रकार वार्ता में हाजी असद व प्रवीण शर्मा पिन्नी मौजूद थे।