ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌤️ *दिनांक – 06 फरवरी 2023*
🌤️ *दिन – सोमवार*
🌤️ *विक्रम संवत – 2079*
🌤️ *शक संवत -1944*
🌤️ *अयन – उत्तरायण*
🌤️ *ऋतु – शिशिर ॠतु*
🌤️ *अमांत – 23 गते माघ मास प्रविष्टि*
🌤️ *राष्ट्रीय तिथि – 17 माघ मास*
🌤️ *मास – फाल्गुन ( गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार माघ)*
🌤️ *पक्ष – कृष्ण*
🌤️ *तिथि – प्रतिपदा दोपहर 02:18 तक तत्पश्चात द्वितीया*
🌤️ *नक्षत्र – अश्लेशा शाम 03:03 तक तत्पश्चात मघा*
*🌤️योग – सौभाग्य शाम 03:26 तक तत्पश्चात शोभन*
🌤️ *राहुकाल – सुबह 08:29 से सुबह 09:50 तक*
*🌞 सूर्योदय- 07:05*
🌦️ *सूर्यास्त – 17:58*
👉 *दिशाशूल – पूर्व दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण- गुरू प्रतिपदा*
*🔥विशेष – प्रतिपदा को कूष्माण्ड(कुम्हड़ा, पेठा) न खाये, क्योंकि यह धन का नाश करने वाला है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌞~*वैदिक पंचांग* ~🌞
🌷 *आर्थिक कष्ट निवारण हेतु* 🌷
👉🏻 *रविवार, सप्तमी, नवमी, अमावस्या, सूर्यग्रहण, चन्द्रग्रहण तथा संक्रांति – इन तिथियों को छोडकर बाकी के दिन आँवले का रस शरीर पर लगाकर स्नान करने से आर्थिक कष्ट दूर होता है | (स्कंद पुराण, वैष्णव खंड)*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *पत्तल में भोजन के लाभ* 🌷
🍝 *पलाश के पत्तल में भोजन करने से स्वर्ण के बर्तन में भोजन करने का पुण्य व आरोग्य मिलता है ।*
🍌 *केले के पत्तल में भोजन करने से चांदी के बर्तन में भोजन करने का पुण्य व आरोग्य मिलता है ।*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *शीतकाल में पुष्टिवर्धक नास्ता* 🌷
➡️ *1–1 कटोरी गेहूँ, मूँगफली, सोयाबीन, तिल, मूँग, काबुली चने अलग-अलग भूनकर पीस लें | इस मिश्रण की दुगनी मात्रा में गुड ले के एक तार की चाशनी बनायें और मिश्रण को अच्छी तरह मिलाकर १ कटोरी घी डाल दें और 25-30 ग्राम के लड्डू बना लें | आधी कटोरी काजू भी डाल सकते हैं |*
➡️ *शीतकाल में अपनी पाचनशक्ति के अनुसार 1 लड्डू रोज सुबह नाश्ते के रूप में लें | यह स्वादिष्ट नाश्ता प्रोटीन, विटामिन तथा लौह, कैल्शियम आदि पौष्टिक तत्त्वों से भरपूर होने से बढ़ते हुए बच्चों, गर्भवती महिलाओं और दूध पिलानेवाली माताओं के लिए विशेष लाभदायी हैं | साथ ही सभी के लिए वह गुणकारी व बलवर्धक हैं | रक्त की कमी और कुपोषण की स्थिति में इसका सेवन बहुत उपयोगी है |*