ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल

? *~ वैदिक पंचांग ~* ?
?️ *दिनांक – 17 फरवरी 2024*
?️ *दिन – शनिवार*
?️ *विक्रम संवत – 2080*
?️ *शक संवत -1945*
?️ *अयन – उत्तरायण*
?️ *ऋतु – शिशिर ॠतु*
?️ *अमांत – 5 गते फागुन मास प्रविष्टि*
?️ *राष्ट्रीय तिथि – 28 पौष मास*
?️ *मास -माघ*
?️ *पक्ष – शुक्ल*
?️ *तिथि – अष्टमी सुबह 08:15 तक तत्पश्चात नवमी*
?️ *नक्षत्र – कृत्तिका सुबह 08:46 तक तत्पश्चात रोहिणी*
?️ *योग – इन्द्र दोपहर 01:44 तक तत्पश्चात वैधृति*
?️ *राहुकाल – सुबह 09:45 से सुबह 11:08 तक*
? *सूर्योदय- 06:56*
?️ *सूर्यास्त- 18:07*
? *दिशाशूल – पूर्व दिशा में*
? *व्रत पर्व विवरण –
? *विशेष – अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
? *ब्रह्म पुराण’ के 118 वें अध्याय में शनिदेव कहते हैं- ‘मेरे दिन अर्थात् शनिवार को जो मनुष्य नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उनको कोई पीड़ा नहीं होगी। जो शनिवार को प्रातःकाल उठकर पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उन्हें ग्रहजन्य पीड़ा नहीं होगी।’ (ब्रह्म पुराण’)*
? *शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए ‘ॐ नमः शिवाय।’ का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है। (ब्रह्म पुराण’)*
? *हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है ।(पद्म पुराण)*
? *~ वैदिक पंचांग ~* ?
? *बरकत लाने की सरल कुंजियाँ* ?
➡️ *बाजार भाव अचानक बढ़ने-घटने से, मंदी की वजह से या अन्य कारणों से कईयों का धंधा बढ़ नहीं पाता | ऐसे में आपके काम-धंधे में भी बरकत का खयाल रखते हुए कुछ सरल उपाय प्रस्तुत कर रही है |*
?? *1] ईशान कोण में तुलसी का पौधा लगाने व पूजा- स्थान पर गंगाजल रखने से बरकत होती है |*
?? *2] दुकान में बिक्री कम होती हो तो कनेर का फूल घिस के उसका ललाट पर तिलक करके दुकान पर जायें तो ग्राहकी बढ़ेगी |*
?? *3] रोज भोजन से पूर्व गोग्रास निकालकर गाय को खिलाने से सुख-समृद्धि व मान-सम्मान की वृद्धि होती है |*
?? *4] ईमानदारी से व्यवहार करें | ईमानदारी से उपार्जित किया हुआ धन स्थायी रहता है |*
?~*वैदिक पंचांग* ~?
? *आधी रात को नींद खुल जाती है तो* ?
➡️ *कभी नींद १२ से २ के बीच खुल जाती है तो पित्त की प्रधानता है | उस समय मिश्री मिश्रित ठंडा पानी…. न हो थोडा गुनगुना पानी पी ले… पित्त का शमन होगा ….नींद अच्छी आयेगी |*
➡️ *लेकिन २ से ६ बजे तक अनिद्रा और दुःख होता तो वायु है | तो मिश्री और जीरा ….कूट के रख दे ,सेक के | जीरा और मिश्री मिलाके पीना चाहिये | लेकिन ठंडा पिने से जठराग्नि मंद होगी | रात को पानी नहीं पीना चाहिये, थोडा गुनगुना पानी पी ले |*
?~*वैदिक पंचांग* ~?
? *काम धंधे में सफलता एवं राज योग के लिए*
?? *अगर काम धंधा करते समय सफलता नहीं मिलती हो या विघ्न आते हों तो शुक्ल पक्ष की अष्टमी हो.. बेल के कोमल कोमल पत्तों पर लाल चन्दन लगा कर माँ जगदम्बा को अर्पण करने से …. मंत्र बोले ” ॐ ह्रीं नमः । ॐ श्रीं नमः । ” और थोड़ी देर बैठ कर प्रार्थना और जप करने से राज योग बनता है गुरु मंत्र का जप और कभी कभी ये प्रयोग करें नवरात्रियों में तो खास करें | देवी भागवत में वेद व्यास जी ने बताया है।*
? *विशेष – 16 फरवरी 2024 शुक्रवार को सुबह 08:55 से 17 फरवरी, शनिवार को सुबह 08:15 तक गुप्त नवरात्रि की माघ मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है।*
