
ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल
🌞~ हिन्दू पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक – 25 मई 2023*
*⛅दिन – गुरुवार*
*⛅विक्रम संवत् – 2080*
*⛅शक संवत् – 1945*
*⛅अयन – उत्तरायण*
*⛅ऋतु – ग्रीष्म*
*🌤️ अमांत – 11 गते जयेष्ठ मास प्रविष्टि*
*🌤️ राष्ट्रीय तिथि – 4 ज्येष्ठ मास*
*⛅मास – ज्येष्ठ*
*⛅पक्ष – शुक्ल*
*⛅तिथि – षष्ठी 26 मई प्रातः 05:19 तक तत्पश्चात सप्तमी*
*⛅नक्षत्र – पुष्य शाम 05:54 तक तत्पश्चात अश्लेषा*
*⛅योग – वॄद्धि शाम 06:08 तक तत्पश्चात ध्रुव*
*⛅राहु काल – दोपहर 01:57 से 03:39 तक*
*⛅सूर्योदय – 05:19*
*⛅सूर्यास्त – 07:10*
*⛅दिशा शूल – दक्षिण दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 04:30 से 05:13 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:15 से 12:58 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण – स्कंद षष्ठी, अरण्य षष्ठी, संत टेऊँरामजी पुण्यतिथि, महारानी लक्ष्मीबाई बलिदान दिवस (झाँसी), गुरुपुष्यामृत योग (सूर्योदय से शाम ५-५४ तक)*
*⛅विशेष -षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🌹 25 मई 2023 : गुरुपुष्यामृत योग 🌹*
*🔹पुण्य काल – 25 मई सूर्योदय से शाम 05:54 तक*
*🌹 पुष्य नक्षत्र का गुरुवार से योग होने पर वह अति दुर्लभ ‘गुरुपुष्यामृत योग’ कहलाता है ।*
*🌹 गुरुपुष्यामृत योग व्यापारिक कार्यों के लिए तो विशेष लाभदायी माना गया है ।*
*🌹 गुरुपुष्यामृत योग में किया गया जप, ध्यान, दान, पुण्य महाफलदायी होता है ।*
*🌹गुरुपुष्यामृत योग में विद्या एवं धार्मिक अनुष्ठान प्रारम्भ करना, आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करना शुभ होता है ।*
*🌹गुरुपुष्यामृत योग में विवाह व उससे संबंधित सभी मांगलिक कार्य वर्जित है ।*
*🔹कैसे बदले दुर्भाग्य को सौभाग्य में🔹*
*🌹 बरगद के पत्ते पर गुरुपुष्य या रविपुष्य योग में हल्दी से स्वस्तिक बनाकर घर में रखें ।*
*🔹गुरुवार विशेष 🔹*
*🔸हर गुरुवार को तुलसी के पौधे में शुद्ध कच्चा दूध गाय का थोड़ा-सा ही डाले तो, उस घर में लक्ष्मी स्थायी होती है और गुरूवार को व्रत उपवास करके गुरु की पूजा करने वाले के दिल में गुरु की भक्ति स्थायी हो जाती है ।*
*🔸गुरुवार के दिन देवगुरु बृहस्पति के प्रतीक आम के पेड़ की निम्न प्रकार से पूजा करें :*
*🔸एक लोटा जल लेकर उसमें चने की दाल, गुड़, कुमकुम, हल्दी व चावल डालकर निम्नलिखित मंत्र बोलते हुए आम के पेड़ की जड़ में चढ़ाएं ।*
*ॐ ऐं क्लीं बृहस्पतये नमः ।*
*🌹 फिर उपरोक्त मंत्र बोलते हुए आम के वृक्ष की पांच परिक्रमा करें और गुरुभक्ति, गुरुप्रीति बढ़े ऐसी प्रार्थना करें । थोड़ा सा गुड़ या बेसन की मिठाई चींटियों को डाल दें ।*
*🔸गुरुवार को बाल कटवाने से लक्ष्मी और मान की हानि होती है ।*
*🔸गुरुवार के दिन तेल मालिश हानि करती है । यदि निषिद्ध दिनों में मालिश करनी ही है तो ऋषियों ने उसकी भी व्यवस्था दी है । तेल में दूर्वा डाल के मालिश करें तो वह दोष चला जायेगा
