
ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल

? *~ वैदिक पंचांग ~* ?
?️ *दिनांक – 04 मार्च 2025*
?️ *दिन – मंगलवार*
?️ *विक्रम संवत – 2081*
?️ *शक संवत -1946*
?️ *अयन – उत्तरायण*
?️ *ऋतु – वसंत ॠतु*
?️ *अमांत – 21 गते फाल्गुन मास प्रविष्टि*
?️ *राष्ट्रीय तिथि – 13 फाल्गुन मास*
?️ *मास – फाल्गुन*
?️ *पक्ष – शुक्ल*
?️ *तिथि – पंचमी शाम 03:16 तक तत्पश्चात षष्ठी*
?️ *नक्षत्र – भरणी 05 मार्च रात्रि 02:37 तक तत्पश्चात कृत्तिका*
?️ *योग – ब्रह्म 05 मार्च रात्रि 02:07 तक तत्पश्चात वैधृति*
?️ *राहुकाल – शाम 03:21 से शाम 04:48 तक*
?️ *सूर्योदय – 06:40*
?️ *सूर्यास्त – 06:18*
? *दिशाशूल – उत्तर दिशा मे*
? *व्रत पर्व विवरण-
? *विशेष- पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
? *~ वैदिक पंचांग ~* ?
? *नजर-दोष निवारण के लिए* ?
??♂️ *घर में किसीको नजर लगी हो तो घर के आँगन में तुलसी का पौधा (गमले में या जैसी व्यवस्था हो) लगाकर उसके सामने रोज सायंकाल में दीपक प्रज्वलित करें ।*
? *~ वैदिक पंचांग ~* ?
? *भय दूर करने हेतु* ?
?? *आनंद रामायण में आता है कि सोते समय या प्रात: अथवा यात्रा के आरम्भ के समय कोई भयभीत व्यक्ति हनुमानजी के ये १२ नाम लेता है तो उसका भय दूर हो जाता है |*
➡ *१] हनुमान*
➡ *२] अंजनीसुत (अंजनीपुत्र)*
➡ *३] वायुपुत्र*
➡ *४] महाबली*
➡ *५] रामेष्ट अर्थात रामजी के प्रिय*
➡ *६] फाल्गुनसख ( अर्जुन के मित्र)*
➡ *७] पिंगाक्ष (भूरे नेत्रवाले)*
➡ *८] अमिताविक्रम ( अनंत बलशाली)*
➡ *९] उदधिक्रमण (समुद्र लाँघनेवाले )*
➡ *१०] सीताशोकविनाशन*
➡ *११] लक्ष्मणप्राणदाता*
➡ *१२] दशग्रीवदर्पहा अर्थात रावण के घमंड को दूर करनेवाले |*
? *~ वैदिक पंचांग ~* ?
पंचक शुरू- 27 फरवरी 2025, बृहस्पतिवार को शाम 04:37 बजे
पंचक खत्म- 3 मार्च 2025, सोमवार को सुबह 6:39 बजे
पंचक शुरू- 26 मार्च 2025, बुधवार को दोपहर 03:14 बजे
पंचक खत्म- 30 मार्च 2025
