
ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल

🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌤️ *दिनांक – 15 दिसम्बर 2025*
🌤️ *दिन – सोमवार*
🌤️ *विक्रम संवत 2082*
🌤️ *शक संवत -1947*
🌤️ *अयन – दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु – हेमंत ॠतु*
⛅ *अमांत – 30 गते मार्गशीर्ष मास प्रविष्टि*
⛅ *राष्ट्रीय तिथि – 24 मार्गशीर्ष मास*
🌤️ *मास – पौष (गुजरात-महाराष्ट्र)मार्गशीर्ष*
🌤️ *पक्ष – कृष्ण*
🌤️ *तिथि – एकादशी रात्रि 09:19 तक तत्पश्चात द्वादशी*
🌤️ *नक्षत्र – चित्रा सुबह 11:08 तक तत्पश्चात स्वाती*
🌤️ *योग – शोभन दोपहर 12:30 तक तत्पश्चात अतिगण्ड*
🌤️ *राहुकाल – सुबह 08:25 से सुबह 09:41 तक*
🌤️ *सूर्योदय – 07:05*
🌤️ *सूर्यास्त – 05:19*
👉 *दिशाशूल – पूर्व दिशा मे*
🚩 *व्रत पर्व विवरण- सफला एकादशी*
💥 *विशेष – *हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है l राम रामेति रामेति । रमे रामे मनोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।*
💥 *आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l*
💥 *एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।*
💥 *एकादशी को चावल व साबूदाना खाना वर्जित है | एकादशी को शिम्बी (सेम) ना खाएं अन्यथा पुत्र का नाश होता है।*
💥 *जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।*
🌞~*वैदिक पंचांग* ~🌞
🌷 *सफला एकादशी* 🌷
➡️ *14 दिसम्बर 2025 रविवार को शाम 06:49 से 15 दिसम्बर, सोमवार को रात्रि 09:19 तक एकादशी है।*
💥 *विशेष – 15 दिसम्बर, सोमवार को एकादशी का व्रत उपवास रखें ।*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞🕉️ पूजा में तिलक का सही नियम (शास्त्र व परंपरा अनुसार) 🕉️
🙏 किस देवता को क्या तिलक लगाएं — जानिए संक्षेप में
🔱 भगवान शिव
➡️ सफेद चंदन / भस्म
📅 सोमवार विशेष
🪔 भगवान विष्णु / श्रीकृष्ण
➡️ पीला चंदन / केसर युक्त चंदन
📅 गुरुवार विशेष
🌺 देवी लक्ष्मी / दुर्गा
➡️ कुमकुम (सिंदूर) / लाल चंदन
📅 शुक्रवार विशेष
🐘 भगवान गणेश
➡️ सूखा सिंदूर / हरा चंदन
📅 बुधवार विशेष
🚩 भगवान हनुमान
➡️ सिंदूर (चमेली तेल में) / लाल चंदन
📅 मंगलवार व शनिवार विशेष
📆 दिन अनुसार तिलक
▫️ सोमवार – सफेद चंदन (शिव)
▫️ मंगलवार – सिंदूर (हनुमान)
▫️ बुधवार – हरा चंदन (गणेश)
▫️ गुरुवार – पीला / केसर चंदन (विष्णु)
▫️ शुक्रवार – कुमकुम / लाल चंदन (लक्ष्मी)
▫️ शनिवार – भस्म / लाल चंदन (हनुमान/भैरव)
✨ महत्वपूर्ण बात
👉 पूजा में भगवान को जो तिलक लगाएं, वही स्वयं धारण करना श्रेष्ठ माना गया है।
👉 चंदन शांति देता है, कुमकुम ऊर्जा व सौभाग्य बढ़ाता है।
🙏 सही तिलक — सही फल
🔔 यह शुभ जानकारी सभी सनातनी भाइयों तक अवश्य पहुँचाएं
🕉️ जय श्री राम | हर हर महादेव 🕉️
🌷 *षडशीति संक्रान्ती* 🌷
👉 *16 दिसम्बर 2025 मंगलवार को षडशीति संक्रान्ती है ।*
🙏 *पुण्यकाल : सूर्योदय से दोपहर 12:23 तक… जप,तप,ध्यान और सेवा का पूण्य 86000 गुना है !!!*
🙏 *इस दिन करोड़ काम छोड़कर अधिक से अधिक समय जप – ध्यान, प्रार्थना में लगायें।*
🙏 *षडशीति संक्रांति में किये गए जप ध्यान का फल ८६००० गुना होता है – (पद्म पुराण )*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *विघ्न-बाधाएँ दूर करने हेतु मंत्र* 🌷
👉🏻 *अगर साधना में विध्न आते हों तो ‘ॐ नमो सर्वार्थसाधिनि स्वाहा |’ इस मंत्र का जप करके हाथ में जल ले के अपने आसन के चारों ओर छोड़ते हुए घेरा बना लें |*
*बस, विघ्न गये और प्रभु का आनंद और प्रभु के दीवाने रहे !*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
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