
ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल

*🌞~ वैदिक पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक – 27 मई 2025*
*⛅दिन – मंगलवार*
*⛅विक्रम संवत् – 2082*
*⛅अयन – उत्तरायण*
*⛅ऋतु – ग्रीष्म*
*🌤️ अमांत – 14 गते ज्येष्ठ मास प्रविष्टि*
*🌤️ राष्ट्रीय तिथि – 6 ज्येष्ठ मास*
*⛅मास – ज्येष्ठ*
*⛅पक्ष – कृष्ण*
*⛅तिथि – अमावस्या सुबह 08:31 तक, तत्पश्चात् प्रतिपदा प्रातः 05:02 मई 28 तक तत्पश्चात् द्वितीया*
*⛅नक्षत्र – रोहिणी रात्रि 02:50 मई 28 तक तत्पश्चात् मृगशिरा*
*⛅योग – सुकर्मा रात्रि 10:54 तत्पश्चात् धृति*
*⛅राहुकाल – शाम 03:40 से शाम 05:23 तक*
*⛅सूर्योदय – 05:19*
*⛅सूर्यास्त – 07:09*
*⛅दिशा शूल – उत्तर दिशा में*
*⛅ब्रह्ममुहूर्त – प्रातः 04:30 से प्रातः 05:12 तक*
*⛅अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:10 से दोपहर 01:04*
*⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:16 मई 28 से रात्रि 12:58 मई 28 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण – ज्येष्ठ अमावस्या, शनि जयंती, सर्वार्थसिद्धि योग (प्रातः 05:32 से प्रातः 05:55 तक)*
*⛅विशेष – प्रतिपदा को कुष्माण्ड (कुम्हड़ा, पेठा) न खाएं क्योंकि यह धन का नाश करने वाला होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंड: 27.29-34)*
*🍍गर्मिशामक, शक्तिप्रदायक व स्वास्थ्यरक्षक अनन्नास पेय🍍*
*🔹ग्रीष्म ऋतु में शरीर में जलीय अंश की कमी तथा दुर्बलता, थकान, जठराग्नि की मंदता आदि समस्याएँ होती हैं । इनसे सुरक्षित रखेगा अनन्नास पेय ।*
*🔹आयुर्वेदानुसार अनन्नास मधुर, स्निग्ध, रुचिकर, शीतल, बलवर्धक, रक्तपित्त व वात-पित्त शामक, हृदय के लिए हितकर, पाचनशक्तिवर्धक तथा मूत्र खुलकर लानेवाला है ।*
*🔹इसमें कैल्शियम, मैग्नेशियम, फॉस्फोरस जैसे अनेक खनिज तत्व प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं । हड्डियों तथा उत्तकों ( टिश्यू ) के विकास में सहायक मैंगनीज भी प्रचुर मात्रा में होता है । विटामिन सी की प्रचुरता होने से यह रोगप्रतिरोधक शक्ति बढ़ाता है ।*
*🔹यह भोजन में से लौह तत्व के अवशोषण को बढ़ाता है, जिससे खून की कमी दूर होती है । आधुनिक अनुसंधान के अनुसार यह टी.बी. में भी फायदेमंद है । यह आँतों की कीड़ों से रक्षा करता है तथा आँतों एवं गुर्दों (kidneys) को साफ रखता है । यह शरीर में से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है, जिससे चयापचय ठीक होता है ।*
*🔹स्वास्थ्य-समस्याओं में :🔹*
*🔅 पेशाब-संबंधी समस्या हो तो 100 मि.ली. अनन्नास पेय में 4 – 5 ग्राम गुड़ मिलाकर पियें ।*
*🔅 पीलिया हो तो 100 मि.ली. पेय में 2 ग्राम हल्दी का चूर्ण व 3 ग्राम मिश्री मिलाकर पियें ।*
*🔅 पाचन के समस्या हो तो 100 मि.ली. पेय में 1 – 2 ग्राम सेंधा नमक और 2 – 3 चुटकी काली मिर्च का चूर्ण मिला के पियें ।*
*🔅 अतः बेहतरीन स्वाद व पौष्टिकता से भरपूर अनन्नास पेय का ग्रीष्म ऋतु में अवश्य लाभ लें । यह आश्रम में व समितियों के सेवाकेंद्र से प्राप्त हो सकता है । ताजा अनन्नास ले के घर में बनायें तो अति उत्तम है ।*
*🌳🌳पेड़ लगाए अपना कर्तव्य निभाए🌳🌳*
अपने लिए अपने भविष्य के लिए अपने मा बाप देव ऋण मिटाने के लिए एक व्यक्ति दस पेड़ सभी पेड़ अपने आने वाले कल के नाम पर जरूर लगाए
