
ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल

🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌤️ *दिनांक – 26 मई 2025*
🌤️ *दिन – सोमवार*
🌤️ *विक्रत संवत 2082 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2081)*
🌤️ *शक संवत -1947*
🌤️ *अयन – उत्तरायण*
🌤️ *ऋतु – ग्रीष्म ॠतु*
🌤️ *अमांत – 12 गते ज्येष्ठ मास प्रविष्टि*
🌤️ *राष्ट्रीय तिथि – 5 ज्येष्ठ मास*
🌤️ *मास – ज्येष्ठ (गुजरात-महाराष्ट्र वैशाख)*
🌤️ *पक्ष – कृष्ण*
🌤️ *तिथि – चतुर्दशी दोपहर 12:11 तक तत्पश्चात अमावस्या*
🌤️ *नक्षत्र -भरणी सुबह 08:23 तक तत्पश्चात कृत्तिका*
🌤️ *योग – शोभन सुबह 07:02 तक तत्पश्चात अतिगण्ड*
🌤️ *राहुकाल – सुबह 07:05 से सुबह 08:48 तक*
🌤️ *सूर्योदय – 05:18*
🌤️ *सूर्यास्त – 07:11*
👉 *दिशाशूल – पूर्व दिशा मे*
🚩 *व्रत पर्व विवरण- *दर्श अमावस्या,वटसावित्री व्रत (अमावस्यांत)श्री शनैश्चर जयंती,सोमवती अमावस्या (दोपहर 12:11 से 27 मई सूर्योदय तक)*
💥 *विशेष- *चतुर्दशी अमावस्या पूर्णिमा व्रत के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *गंगा स्नान का फल* 🌷
➡ *27 मई 2025 मंगलवार से गंगा दशहरा प्रारंभ ।*
🙏🏻 *”जो मनुष्य आँवले के फल और तुलसीदल से मिश्रित जल से स्नान करता है, उसे गंगा स्नान का फल मिलता है ।” (पद्म पुराण , उत्तर खंड)*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *गंगा स्नान का मंत्र* 🌷
🙏🏻 *गंगा स्नान के लिए रोज हरिद्वार तो जा नही सकते, घर में ही गंगा स्नान का पुन्य मिलने के लिए एक छोटा सा मन्त्र है ..*
🌷 *ॐ ह्रीं गंगायै ॐ ह्रीं स्वाहा*
🙏🏻 *ये मन्त्र बोलते हुए स्नान करें तो गंगा स्नान का लाभ होता है | गंगा दशहरा के दिन इसका लाभ जरुर लें ….*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *नकारात्मक ऊर्जा मिटाने के लिए* 🌷
➡ *26 मई 2025 सोमवार को दर्श एवं सोमवती अमावस्या और 27 मई 2025 मंगलवार को ज्येष्ठ एवं भावुका अमावस्या है।*
🏡 *घर में हर अमावस अथवा हर १५ दिन में पानी में खड़ा नमक (१ लीटर पानी में ५० ग्राम खड़ा नमक) डालकर पोछा लगायें । इससे नेगेटिव एनेर्जी चली जाएगी । अथवा खड़ा नमक के स्थान पर गौझरण अर्क भी डाल सकते हैं ।*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *धन-धान्य व सुख-संम्पदा के लिए* 🌷
🔥 *हर अमावस्या को घर में एक छोटा सा आहुति प्रयोग करें।*
🍛 *सामग्री : १. काले तिल, २. जौं, ३. चावल, ४. गाय का घी, ५. चंदन पाउडर, ६. गूगल, ७. गुड़, ८. देशी कर्पूर, गौ चंदन या कण्डा।*
🔥 *विधि: गौ चंदन या कण्डे को किसी बर्तन में डालकर हवनकुंड बना लें, फिर उपरोक्त ८ वस्तुओं के मिश्रण से तैयार सामग्री से, घर के सभी सदस्य एकत्रित होकर नीचे दिये गये देवताओं की १-१ आहुति दें।*
🔥 *आहुति मंत्र* 🔥
🌷 *१. ॐ कुल देवताभ्यो नमः*
🌷 *२. ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः*
🌷 *३. ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः*
🌷 *४. ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः*
🌷 *५. ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
मई पंचक 2025 तिथि
पंचक आरंभ: मई 20, 2025, मंगलवार, प्रातः 07:35 बजे
पंचक अंत: मई 24, 2025, शनिवार को दोपहर 01:48 बजे
जून पंचक 2025 तिथि
पंचक आरंभ: जून 16, 2025, सोमवार, दोपहर 01:10 बजे
पंचक अंत: जून 20, 2025, शुक्रवार, रात्रि 09:45 बजे
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