ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌤️ *दिनांक – 11 जून 2023*
🌤️ *दिन – रविवार*
🌤️ *विक्रम संवत – 2080 (गुजरात – 2079)*
🌤️ *शक संवत -1945*
🌤️ *अयन – उत्तरायण*
🌤️ *ऋतु – ग्रीष्म ॠतु*
🌤️ *अमांत – 27 गते जयेष्ठ मास प्रविष्टि*
🌤️ *राष्ट्रीय तिथि – 21 ज्येष्ठ मास*
🌤️ *मास – आषाढ (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार ज्येष्ठ)*
🌤️ *पक्ष – कृष्ण*
🌤️ *तिथि – अष्टमी दोपहर 12:05 तक तत्पश्चात नवमी*
🌤️ *नक्षत्र – पूर्वभाद्रपद दोपहर 02:32 तक तत्पश्चात उत्तरभाद्रपद*
🌤️ *योग – प्रीति सुबह 10:11 तक तत्पश्चात आयुष्मान*
🌤️ *राहुकाल – शाम 05:29 से शाम 07:13 तक*
🌞 *सूर्योदय-05:16*
🌤️ *सूर्यास्त- 19:18*
👉 *दिशाशूल- पश्चिम दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण –
🔥 *विशेष – अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*💥 रविवार के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
💥 *रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90)*
💥 *रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75)*
💥 *स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं।*
🌞~*वैदिक पंचांग* ~🌞
🌷 *धन व विद्या प्रदायक मंत्र* 🌷
🙏🏻 *श्रीहरि भगवान सदाशिव से कहते हैं: “हे रूद्र ! भगवान श्री गणेश का यह मंत्र ‘ॐ गं गणपतये नम: |’ धन और विद्या प्रदान करने वाला है | 100 बार इसका जप करने वाला प्राणी अन्य लोगों का प्रिय बन जाता है। (गरुड़ पुराण, आचार कांड, अध्याय: 185 )*
🌞 ~ *वैदिक पंचांग* ~🌞
🌷 *बहुत समस्या रहती हो तो* 🌷
🙏🏻 *जिनको कोई तकलीफ रहती है, कर्जा है, काम धंधा नहीं चलता, नौकरी नहीं मिलती तो*
➡ *सोमवार का दिन हो ना सुबह बेलपत्र, पानी और दूध | पहले दूध और पानी शिवलिंग पर चढ़ा दो फिर बेलपत्र रख दो |*
*त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं च त्रियायुधं | त्रिजन्म पापसंहारम् एकबिल्वं शिवार्पणं ||*
➡ *पाँच बत्ती वाला दीपक जलाकर रख दो और बैठकर थोडा अपना गुरुमंत्र जपो | तो जप भी हो जायेगा, जप का जप, पूजा की पूजा, काम का काम |*
➡ *मंगलवार को २ मिनट लगेंगे अगर गन्ने का रस मिल जाय थोडा सा या घर पर निकाल सकते है | वो थोडा रस शिवलिंग पर चढ़ा दिया |*
*मृत्युंजय महादेव त्राहिमाम् शरणागतमं | जन्म मृत्यु जराव्याधि पीड़ितं कर्मबंधनेहि ||*
➡ *बुधवार को थोडा जप कर लिया जल आदि चढ़ा दिया, नारियल रख दिया अगर हो तो नहीं तो कोई जरुरत नहीं है | जिनको ज्यादा तकलीफे है उनके लिए है और जिनको न हो तो हरि ॐ तत् सत् बाकी सब गपसप |