
ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌤️ *दिनांक – 14 मार्च 2023*
🌤️ *दिन – मंगलवार*
🌤️ *विक्रम संवत – 2079*
🌤️ *शक संवत -1944*
🌤️ *अयन – उत्तरायण*
🌤️ *ऋतु – वसंत ॠतु*
🌤️ *अमांत – 30 गते फाल्गुन मास प्रविष्टि*
🌤️ *राष्ट्रीय तिथि – 23 फाल्गुन मास*
🌤️ *मास – चैत्र ( गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार फाल्गुन)*
🌤️ *पक्ष – कृष्ण*
🌤️ *तिथि – सप्तमी रात्रि 08:22 तक तत्पश्चात अष्टमी*
🌤️ *नक्षत्र – अनुराधा सुबह 08:13 तक तत्पश्चात जयेष्ठा*
*🌤️योग – वज्र शाम 03:14 तक तत्पश्चात सिद्धि*
🌤️ *राहुकाल – शाम 03:23 से शाम 04:52 तक*
*🌞 सूर्योदय- 06:29*
🌦️ *सूर्यास्त – 18:25*
👉 *दिशाशूल – उत्तर दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण –
🔥 *विशेष – सप्तमी को ताड़ का फल खाने से रोग बढ़ता है तथा शरीर का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌞~*वैदिक पंचांग* ~🌞
🌷 *खट्टी चीज़ खाने से* 🌷
👉🏻 *खट्टी चीज़ खाने से आँखें जलती हैं और स्वभाव बिगड़ता है, गुस्सा आता है, अकारण जलन होती है।*
🙏🏻 *
🌞 *~ वैदिक पंचाग ~* 🌞
🌷 *व्यतिपात योग* 🌷
🙏🏻 *व्यतिपात योग की ऐसी महिमा है कि उस समय जप पाठ प्राणायम, माला से जप या मानसिक जप करने से भगवान की और विशेष कर भगवान सूर्यनारायण की प्रसन्नता प्राप्त होती है जप करने वालों को, व्यतिपात योग में जो कुछ भी किया जाता है उसका १ लाख गुना फल मिलता है।*
🙏🏻 *वाराह पुराण में ये बात आती है व्यतिपात योग की।*
🙏🏻 *व्यतिपात योग माने क्या कि देवताओं के गुरु बृहस्पति की धर्मपत्नी तारा पर चन्द्र देव की गलत नजर थी जिसके कारण सूर्य देव अप्रसन्न हुए नाराज हुए उन्होनें चन्द्रदेव को समझाया पर चन्द्रदेव ने उनकी बात को अनसुना कर दिया तो सूर्य देव को दुःख हुआ कि मैने इनको सही बात बताई फिर भी ध्यान नही दिया और सूर्यदेव को अपने गुरुदेव की याद आई कि कैसा गुरुदेव के लिये आदर प्रेम श्रद्धा होना चाहिये पर इसको इतना नही थोडा भूल रहा है ये, सूर्यदेव को गुरुदेव की याद आई और आँखों से आँसु बहे वो समय व्यतिपात योग कहलाता है। और उस समय किया हुआ जप, सुमिरन, पाठ, प्रायाणाम, गुरुदर्शन की खूब महिमा बताई है वाराह पुराण में।*
💥 *विशेष ~ 15 मार्च 2023 बुधवार को दोपहर 12:54 से 16 मार्च, गुरुवार सुबह 10:07 तक व्यतिपात योग है।
