पहाड़ का सच, थैलीसैण/पौड़ी।
शिक्षक दिवस से ठीक एक दिन पहले एक शिक्षक के शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. थलीसैंण के एक विद्यालय में अध्ययनरत 12वीं की छात्रा के अपहरण मामले में एक शिक्षक पर मुकदमा दर्ज हुआ है। आरोपी शिक्षक जिले के विकास खंड रिखणीखाल स्थित एक विद्यालय में प्रवक्ता के पद पर सेवारत है। जो बीते 27 अगस्त से चिकित्सा अवकाश पर है। लेकिन वह इससे पहले वह छात्रा के ही विद्यालय में सेवारत था, इसी दौरान उसने छात्रा से नजदीकियां बढ़ाई, मामला जब चर्चा मैं आया तो विभाग ने जून माह मैं उसका स्थानांतरण दूसरे विद्यालय मैं कर दिया. इसके बाद भी शिक्षक ने वहां आना जाना नहीं छोड़ा.
थाना थलीसैंण पुलिस को क्षेत्र के एक ग्रामीण ने तहरीर सौंपी। तहरीर में ग्रामीण ने बताया कि एक सितंबर को जब परिवार के लोग सुबह उठे, तो देखा कि बेटी अपने कमरे में नहीं है। जिसकी हर संभावित स्थान पर तलाश की गई। लेकिन कोई सूचना नहीं मिली। बताया कि बेटी क्षेत्र के एक इंटर कालेज में कक्षा 12वीं क्लास मैं पढ़ती थी। जिसकी उम्र 17 साल 6 माह है। बताया कि बीते 31 अगस्त की रात विद्यालय में प्रवक्ता पद पर सेवारत रहे एक शिक्षक ने बेटी को बहलाकर और रुपये का लालच देकर उसका अपहरण कर लिया है।
पुलिस ने छात्रा के पिता की तहरीर पर आरोपी शिक्षक के खिलाफ अपहरण की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी शिक्षक का थलीसैंण क्षेत्र के उसी विद्यालय में सेवारत था, जहां छात्रा पढ़ती है। जहां से जून 2024 में आरोपी शिक्षक का तबादला हो गया था। जो वर्तमान में रिखणीखाल ब्लाॅक के एक विद्यालय में सेवारत है। वहां से भी आरोपी शिक्षक बीते 27 अगस्त 2024 से चिकित्सा अवकाश पर चल रहा है। आरोपी शिक्षक के पिता नैनीडांडा ब्लाक के एक विद्यालय में चतुर्थ श्रेणी कार्मिक के रूप में सेवारत हैं।
आरोपी शिक्षक दो दिन पहले ही छात्रा को भगाकर नॉएडा मैं अपने चाचा के घर पहुंच गया, बुधवार सुबह शिक्षक का चाचा दोनों को लेकर आ रहा था, रास्ते मैं शिक्षक ने कीटनाशक पदार्थ का सेवन कर लिया, उसे एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहाँ से उसे दूसरे अस्तपताल मैं भर्ती कराया गया है.
वहीं एसएसपी लोकेश्वर सिंह ने कहा है कि छात्रा की उम्र 17 वर्ष है . अभी अपहरण के मामला दर्ज किया गया है, छात्रा के कोर्ट मैं बयान दर्ज कराएं जायेंगे, उसके बयान के आधार पर ही मुकदमे मैं नई धाराएं बढ़ाईं जाएंगी.