पहाड़ का सच देहरादून।
देहरादून के पुलिस लाइन में डॉ आर पी नैनवाल मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट के फ़ाइनल का प्राइज डिस्ट्रीब्यूशन का कार्यक्रम चल रहा था। वही कांग्रेस के नेताओं का सचिवालय घेराव हुआ जिन्हे गिरफ्तार कर पुलिस लाइन लाया गया ये पुलिस की गलती थी की उन्हें वहां लाई लेकिन पत्रकारों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओ से आग्रह किया कि ये निजी कार्यक्रम हैं आप कृपया शन्ति बनाए रखें और कार्यक्रम चलने दे, पता नहीं कांग्रेस नेताओं ये टोका ताकी बुरी लगी तो उन्होंने पत्रकारों से ही उलझना शुरू कर दिया।
वही हालात तो ये हो गए उद्घोषणा कर रहे एक पत्रकार को पीटने के लिए कांग्रेस नेताओं के साथ करन माहरा भी भागते दिखाई दिए सवाल ये हैं कि आप कार्यक्रम भी ख़राब करेंगे और गुंडा गर्दी भी करेंगे। जबकि इनमे से ज्यादातर पत्रकार रोज कांग्रेस बीट कवर करते हैं और उन्हें करन महारा जानते हैं। आप लोग उस पत्रकार को मार डालना चाहते थे जो केवल आपसे ये कह रहा था की आप प्रदेश अध्यक्ष हैं और कांग्रेस नेताओं को रोकने की जिम्मेदारी आपकी थी क्या आपको पत्रकारों के सवाल भी बर्दाश्त नहीं हैं और क्या आप लोक तंत्र के चौथे स्तंभ पर भी हमला करने से नहीं चूक रहें हैं कहा तो आपको तमाम कांग्रेस के नेताओं को और युवा कांग्रेस के नेताओं को रोकना चाहिए था कहा आप खुद पत्रकार को मारने दौड़ रहें हैं जबकि कई पत्रकार आपसे आग्रह कर रहें थे लेकिन आपको इतना घमंड हो गया हैं कि आप किसी पर भी कुछ भी कहने और करने से नहीं चूक रहें हैं।
देहरादून में कांग्रेस नेताओं के खराब बर्ताव के शिकार देहरादून के पत्रकार हो गए। कांग्रेस के नेता पत्रकारों को मारने भी दौड़ पडे हैरानी वाली बात हैं कि कांग्रेस के अध्यक्ष करन माहरा पत्रकारों के साथ बदतमीजी करने वाली टोली का नेतृत्व कर रहें थे । उन्हें जहाँ यूथ कांग्रेस के नेताओं को रोकना चाहिए था वही वो सब उद्घोषक अनिल चंदोला को मारने दौड़ पड़े।