पहाड़ का सच,रुद्रप्रयाग
श्री केदारनाथ धाम के कपाट भैया दूज 15 नवंबर को बंद हो गए। भगवान केदारनाथ की विग्रह डोली श्रद्धालुओं को दर्शन देते हुए बुधवार को प्रथम पड़ाव रामपुर प्रवास के पश्चात् देवडोली कल वृहस्पतिवार देर श्यायं को दूसरे पड़ाव श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुंची थी। आज प्रातः श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से पंचमुखी देव डोली शीतकालीन गद्दी स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में विराजमान हो गई।
श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति मीडिया प्रभारी डाॅ. हरीश गौड़ ने जानकारी देते हुए अवगत कराया है कि पंचमुखी डोली के श्री औंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचने पर श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति तथा स्थानीय श्रद्धालुओं द्वारा भव्य स्वागत किया गया। हजारों श्रद्धालु पंचमुखी डोली दर्शन को श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचे। कई श्रद्धालुजन देवडोली के साथ केदारनाथ धाम से विभिन्न पड़ावो से पैदल यात्रा कर ऊखीमठ पहुंचे। उन्होंने बताया कि आज से भगवान श्री केदारनाथ की पंचमुखी डोली के श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचने के पश्चात् भगवान केदारनाथ की शीतकालीन पूजाएं शुरू हो गई हैं। तथा इस वर्ष (2023) की श्री केदारनाथ यात्रा का समापन भी हो गया है।
इस अवसर पर केदारनाथ विधायक श्रीमती शैला रानी रावत, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चंडी प्रसाद भट्ट, उप जिलाधिकारी ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा, तहसीलदार दीवान सिंह राणा, कार्याधिकारी आरसी तिवारी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल, पुजारी शिवलिंग, पुजारी शिवशंकर, केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, अध्यक्ष पंचगाई हक-हकूकधारी धर्मेंद्र तिवारी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, डीएस भुजवाण, प्रशासनिक अधिकारी रमेश नेगी, डोली प्रभारी प्रदीप सेमवाल, जेई विपिन कुमार विपिन तिवारी, प्रबंधक भगवती प्रसाद सेमवाल, कुलदीप धर्मवाण, पुष्कर रावत विदेश शैव आदि मौजूद रहे।