
अब तक 1308 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया, घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश

पहाड़ का सच उत्तरकाशी/देहरादून।
जिले के धराली व हर्षिल में आई आपदा के बाद बचाव व राहत कार्यों में खराब मौसम फिर से बाधा बना। रविवार को बारिश से कई बार मातली व चिन्यालीसौड़ हेलिपैड से रेस्क्यू में लगे हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाए। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सात दिन में नुकसान का आकलन करने और जिला प्रशासन ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं।
मौसम खुलने के बाद सेना के एमआई-17 व निजी हेलिकॉप्टर से राहत सामग्री पहुंचाने के साथ ही फंसे लोगों को निकाला गया। अब तक 1308 फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। रविवार को विभिन्न स्थानों से 181 और लोग निकाले गए।
सुबह के समय मौसम खराब होने से कारण हेली से रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा आई। मौसम साफ होने के बाद 9.45 बजे के बाद मातली, चिन्यालीसौड़ से हेलिकॉप्टरों से खाद्यान्न अन्य राहत सामग्री हर्षिल पहुंचाई गई। सेना के एमआई-17 व चीता हेलिकॉप्टर से राहत सामग्री भेजने के साथ फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। रविवार को अपराह्न तीन बजे उत्तरकाशी क्षेत्र में तेज बारिश होने के चलते रेस्क्यू कार्य रोकना पड़ा।
तलाश जारी, अभी तक नहीं मिले लापता लोग
धराली आपदा में लापता लोगों की खोजबीन के लिए अभियान जारी है। सरकार आपदा में 15 लोगों के लापता होने की पुष्टि कर रही है। लेकिन अभी तक लापता लोगों का कोई पता नहीं लगा है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, आईटीबीपी के जवान बचाव व राहत कार्यों में जुटे हैं। उत्तराखंड पुलिस ने खोज और बचाव अभियान का दूसरा चरण शुरू कर दिया है।
.ज्योतिर्मठ की तर्ज पर मुआवजा देने के लिए होगा अध्ययन
धराली आपदा के प्रभावितों को ज्योतिर्मठ की तर्ज पर मुआवजा देने की तैयारी है। सरकार ने प्रभावितों के पुनर्वास और उनकी आजीविका के लिए सचिव राजस्व एस एन पांडे की अध्यक्षता में एक समिति बनाई है। ये समिति ज्योतिर्मठ आपदा के मुआवजे का अध्ययन करेगी।
