पहाड़ का सच/एजेंसी
नई दिल्ली. सीबीआई ने मंगलवार को शराब नीति घाेटाले के मामले में रॉउज एवन्यू कोर्ट में पूरक आरोप पत्र दायर किया, जिसमें पहली बार दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आप के नेता मनीष सिसोदिया का नाम शामिल किया गया है. उनके अलावा आरोप पत्र में बुची बाबू, अमनदीप सिंह ढल और अर्जुन पांडे के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की गई है. चार्जशीट पर संज्ञान लेने के लिए कोर्ट ने 12 मई सुबह साढ़े 10 बजे का समय तय किया है.
दरअसल, सीबीआई शराब नीति में हुई कथित अनियमितता को लेकर जांच कर रही है, इसको लेकर केंद्रीय जांच एजेंसी ने 26 फरवरी को दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम सिसोदिया को गिरफ्तार किया था. ईडी भी आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले को लेकर सिसोदिया से पूछताछ करते हुए दावा कर रही है कि आबकारी नीति में हुए भ्रष्टाचार में सिसोदिया ही मुख्य साजिशकर्ता हैं. आरोप है कि दिल्ली सरकार की 2021-22 की आबकारी नीति में शराब कारोबारियों को लाइसेंस देने के लिए कुछ डीलरों को फायदा पहुंचाया गया, जिन्होंने कथित तौर पर इसके लिए रिश्वत दी थी. यह नीति बाद में निरस्त कर दी गई थी.
इससे पहले, 17 अप्रैल को राष्ट्रीय राजधानी की एक विशेष अदालत ने कथित आबकारी घोटाले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से दायर क्रमश: भ्रष्टाचार और धनशोधन मामलों में आम आदमी पार्टी (आप) नेता मनीष सिसोदिया की न्यायिक हिरासत अवधि बढ़ा दी थी. दोनों मामलों में सिसोदिया की न्यायिक हिरासत की अवधि समाप्त होने पर उन्हें विशेष न्यायाधीश एम. के. नागपाल के समक्ष पेश किया गया. उसके बाद अदालत ने सीबीआई मामले में सिसोदिया की न्यायिक हिरासत 27 अप्रैल तक और ईडी मामले में 29 अप्रैल तक बढ़ाई थी.