– शहरों को स्वच्छता रैंकिंग में ऊपर लाने के लिए प्रभावी कार्ययोजना बनाई जाए
– खाने की बर्बादी रोकने के लिए प्रभावी योजना बनाकर लोगों को जागरूक किया जाए
पहाड़ का सच देहरादून।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देहरादून, हरिद्वार, रुद्रपुर, हल्द्वानी व कोटद्वार शहरों को स्वच्छता रैंकिग में आगे लाने के लिए टारगेट बनाएं और उसे एक साल में हासिल करें।
धामी सीएम आवास में उच्च अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य में स्वच्छता अभियान व्यापक स्तर पर चलाया जाए। स्वच्छता के प्रति जागरूकता के साथ ही इसके लिए जन सहभागिता भी सुनिश्चित की जाय। एक साल के अंदर देहरादून, हरिद्वार, रुद्रपुर, हल्द्वानी और कोटद्वार को स्वच्छता रैंकिंग में ऊपर लाने के लिए सुनियोजित योजना बनाकर कार्य किए जाय। उनका कहना है कि जिन राज्यों में स्वच्छता के लिए अच्छे कार्य हुए हैं, उन राज्यों की बेस्ट प्रैक्टिस को भी अपनाया जाय। देवभूमि उत्तराखंड में करोड़ों श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं। यह सुनिश्चित किया जाय कि देवभूमि उत्तराखंड की स्वच्छता का संदेश देश- दुनिया तक जाए। शहरों के सौंदर्यीकरण और अवस्थापना विकास की दिशा में भी निरंतर कार्य किए जाय।
उन्होंने कहा कि जन सहभागिता से ही जन सरोकारों से संबंधित अभियान सफल होते हैं, स्वच्छता अभियान में भी जन सहभागिता और सामाजिक संगठनों का पूरा सहयोग लिया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में बुके नहीं बुक की संस्कृति बनाई जाय, विभिन्न कार्यक्रमों और अतिथियों को भेंट करने के लिए बुके के स्थान पर बुक भेंट की जाय। उन्होंने निर्देश दिए कि हर जनपद एवं ब्लॉक में एक-एक लाइब्रेरी बनाई जाय।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलों को बढ़ावा देने और युवाओं को नशा मुक्त अभियान से जोड़ने के उद्देश्य से स्कूलों में खेल मैदानों को सुदृढ़ करने के लिए शिक्षा विभाग से समन्वय कर विकास प्राधिकरण और नगर निकाय कार्य करें, ताकि शैक्षणिक समय के बाद इन खेल मैदानों का खेल प्रेमियों की सुविधा के लिए बेहतर उपयोग हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी आयोजनों में खाने की बर्बादी न हो, खाने के दुरुपयोग को रोकने के लिए प्रभावी कार्य योजना बनाई जाय। निजी समारोहों में खाने के दुरुपयोग को रोकने के लिए भी जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए।
बैठक में अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव शैलेश बगोली, विनय शंकर पाण्डेय, विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते, एडीजी ए. पी अंशुमन, महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी उपस्थित थे।