– विकसित भारत के लिए गांवों की सामाजिक, आर्थिक व्यवस्था मजबूत किये जाने की जरूरत : मुख्यमंत्री
– प्रदेश में अंत्योदय के सिद्धांत को अंगीकार कर गांवों के विकास पर दिया जा रहा है विशेष ध्यान
पहाड़ का सच,देहरादून।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को मुख्य सेवक सदन में ग्राम विकास विभाग के अंतर्गत अधीनस्थ चयन सेवा आयोग के माध्यम से चयनित 394 ग्राम विकास अधिकारियों के पद पर नियुक्त अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में नव-नियुक्त ग्राम विकास अधिकारियों कों शुभकामनाएं देते हुये अपेक्षा की कि आप सभी नियुक्त कार्मिक अपनी जिम्मेदारियों का ईमानदारी से निर्वहन करते हुए गांवों को विकसित बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि आपको जो जिम्मेदारी मिल रही है, उसे पहले दिन से ही अपने लिये कड़ा अनुशासन बनाकर प्रारम्भ करें, जो आपको सेवा व जीवन काल में काफी फायदा देगा। उन्होंने गांवों का जिक्र करते हुये कहा कि गांवों के विकास पर ही देश का विकास निर्भर है। उन्होंने कहा कि गांवों तक बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधायें पहुंचाने की जिम्मेदारी सरकार की है, पर इसके साथ ही इन गांवों के अंदर का अवस्थापना सुविधायें मजबूत रखने की महती जिम्मेदारी आपके कंधों पर है।
मुख्यमत्री ने कहा कि गांवों के विकास से जुड़े कार्य संपादन प्रक्रिया आज महत्वपूर्ण कडी है अतः आपको सुनिश्चित करना होगा कि गांवों के अंदर के रास्ते ठीक हों, जल निकासी की व्यवस्था अच्छी हो और राज्य सरकार के तरफ से आने वाले फंड का पारदर्शी तरीके से सही जगह पर उपयोग हो। उन्होंने कहा कि गांवों में अंतिम छोर पर रहने वाले व्यक्ति की मदद हो, उनको राज्य सरकार की सभी योजनाओं और नीतियों का लाभ मिले, इस दिशा में भी आपको काम करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए समर्पित भाव से निरंतर प्रयासरत हैं। विकसित भारत के लिए गांवों की सामाजिक, आर्थिक व्यवस्था को मजबूत करना बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हमने अंत्योदय के सिद्धांत को अंगीकार करते हुए गांवों के विकास पर विशेष ध्यान दिया है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश के 80 करोड़ लोगों को अन्न उपलब्ध कराने का काम किया है, देश की अर्थव्यवस्था ग्यारहवीं से पांचवें नम्बर पर आ गयी है, जो शीघ्र ही आने वाले समय में तीसरे नम्बर पर आ जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का उत्तराखण्ड से विशेष लगाव है। उनके मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड का हर क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार द्वारा एक तरफ सड़क, शिक्षा, पेयजल, आवास और शौचालयों के निर्माण तेजी से किये जा रहे है, वहीं दूसरी तरफ लखपति दीदी जैसी योजनाओं के जरिए विभिन्न स्वयं सहायता समूहों का गठन कर महिला शक्ति को आत्मनिर्भर बनाने का काम कर रही है तथा गरीब परिवारों के लिए साल में तीन निशुल्क गैस सिलेंडर भरवाने की योजना हमने लागू की है, जिससे विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की सही मायने में मदद हो सके तथा उनका जीवन स्तर ऊपर उठ सके। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि हमारे युवा, युवा सोच और सकारात्मक अप्रोच के साथ गांवों को विकसित बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगें।
ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने नव-नियुक्त ग्राम विकास अधिकारियों को बधाई व शुभकामना देते हुये कहा कि देश की आत्मा गांवों में बसती है। उन्होंने कहा कि आपको जो जिम्मेदारी दी जा रही है, उसके माध्यम से आपको अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना है। उन्होंने कहा कि आज युवाओं की दिशा बदल रही है, वे हर क्षेत्र में नये-नये आयाम स्थापित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के मूल मंत्र-सरलीकरण, समाधान तथा निस्तारण को आपने अपने मस्तिष्क में रखकर कार्य करना है तथा यह ध्यान रखें कि गांव का विकास होगा तो राज्य का विकास होगा तथा राज्य का विकास होगा तो देश का विकास होगा। उन्होंने कहा कि जिस ओर जवानी चलती है, उस ओर जमाना चलता है। सचिव ग्राम्य विकास श्रीमती राधिका झा ने भी ग्राम्य विकास विभाग की कार्य प्रणाली पर विस्तार से प्रकाश डाला।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु, सचिव दीपक गैरोला, अपर सचिव/आयुक्त सविन बंसल सहित संबंधित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।