पहाड़ का सच
डंडरियाल विकास एवं सामाजिक कल्याण समिति द्वारा सामाजिक कार्यों की श्रंखला में वर्ष 2023 के अंत में 27 और 28 दिसंबर को पौड़ी गढ़वाल क्षेत्र में पट्टी असवाल स्यूं में 8 प्राथमिक विद्यालयों में स्कूल ड्रेस, ट्रैक सूट, स्कूल बैग, स्वैटर आदि का वितरण किया गया.
जिनमे प्राथमिक विद्यालय ग्राम सीरों में 7 बालक बालिकाएं, राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिरों में 7 बालक बालिकाएं, प्राथमिक विद्यालय कंडारपानी में 2 बालिकाएं, राजकीय कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय में 15 छात्र छात्राएं, राजकीय प्राथमिक विद्यालय भट्टीगांव में 16 छात्र छात्राएं, प्राथमिक विद्यालय ग्राम नगर में 9 बालक बालिकाएं, राजकीय प्राथमिक विद्यालय ग्राम नेल मैं 9 बालक बालिकाएं, प्राथमिक विद्यालय ग्राम बलोध में 2 बालिकाएं, राजकीय कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय रोडखाल आदि उपस्थित रहे।
समिति ने डंडरियाल परिवार निवासित गांवों का भौतिक रूप से भ्रमण किया, परंतु गांवो में परिवारों की संख्या बहुत कम रह गई है । किसी भी गांव में दो से अधिक परिवार नहीं मिले । ज्यादातर परिवार गांव से पलायन कर गए हैं । कुमाई गांव लयाडा गांव में ही दो वृद्धाएं अपने बेटे संतोष व पूरनचंद के साथ निवास कर रही हैं वहीं लयाडा गांव में गोविंद डंडरियाल की 80 वर्ष की वृद्ध चाची अभी भी निवास कर रही है । बाकी गांव में कोई भी बुजुर्ग सदस्य नहीं मिला. नगर गांव में भी एक पुरोहित जी मिले पर उनका भी परिवार अन्यत्र शहर में कहीं आवासित है । नवाशी गांव में भी एक परिवार मिला जिन्होंने स्कूल में समिति के सदस्यों के लिए दोपहर के भोजन का प्रबंध किया ।
यह भी देखने में आया कि गांव में बड़ी-बड़ी तिबारी व डडेंले खाली पड़े हैं और अभी भी बहुत अच्छी स्थिति में है ।नहेरी गांव में सभी डंडरियाल बंधुओ ने मिलकर मकान का जीर्णोद्धार किया है और उसमें वह लोग अक्सर आते जाते हैं। जहां सारा उत्तराखंड पलायन की मार से जूझ रहा है तो डंडरियाल परिवार भी इसी समस्या से ग्रसित हैं . जिन स्कूलों के बच्चे लाभान्वित हुए उन सभी स्कूलों ने समिति के इस कार्यक्रम की सराहना की ।
कार्यक्रम के दौरान सभी सदस्यों ने इन स्कूलों के आस पास के मंदिर झालीमली और खैरालिंग महादेव (मुंडेश्वर) के दर्शन भी किए। साथ ही समिति ने डंडरियाल परिवार के पट्टी असवालस्यूं के सभी 6 गांवों का भ्रमण किया जिसमे लायड़ा, नहरी, भट्टीगांव, नगर, नवाशि गांव, कुमाईं गांव शामिल हैं । समिति ने ग्रामीण क्षेत्रों के पलायन पर चिंतन किया और समिति ने तय किया कि रिवर्स पलायन के लिए भरसक प्रयत्न करेगी।
वहीं सतपुली में ऐसे सामाजिक कार्यकर्ता को सम्मानित किया गया जिनका नाम गणेश सिंह रावत है जो कि नयारघाटी में बाढ़ व अन्य प्राकृतिक आपदाओं के समय नदियों से बहते हुए आदमियों को और दुर्घटना होने पर उनके शवों को बाहर निकालते हैं। जिसके लिए वह कोई पारिश्रमिक भी नहीं लेते हैं ।
समिति के इस कार्यक्रम में कार्यकारिणी के कोटद्वार से अध्यक्ष गोविन्द डंडरियाल कोटद्वार से, उपाध्यक्ष महेशानंद डंडरियाल, विशेष सदस्य चंद्र बल्लभ डंडरियाल, कार्यकारी सदस्य संतोष डंडरियाल, सुरेश चंद्र डंडरियाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष महेशानंद डंडरियाल नोएडा से, सचिव सुशील डंडरियाल, कोषाध्यक्ष कांता प्रसाद डंडरियाल, देहरादून से विशेष सदस्य राजेंद्र प्रसाद डंडरियाल (सेवा निवृत्ति उप शिक्षा निदेशक उत्तराखंड), और कार्यकारी सदस्य राजेंद्र प्रसाद डंडरियाल, सतपुली से सुनील डंडरियाल, कुमाई गांव से सन्तोष डंडरियाल, पाटीसैण से लक्ष्मी चंद डंडरियाल, दिल्ली से सुशील डंडरियाल, कांता डंडरियाल, श्रीमति कांति देवी,श्रीमति यशोदा देवी, श्रीमति लक्ष्मी देवी आदि शामिल थे।
बताते चले कि डंडरियाल विकास एवं सामाजिक कल्याण समिति समय – समय पर सामाजिक कार्यों मैं अपना भरपूर योगदान देती आयी है. समिति द्वारा गतवर्ष 17 दिसंबर को निरंजनपुर में स्थित Indian Human Welfare society द्वारा संचालित बालिका ग्रह में निर्धन बालिकाओं को जैकेट बांटी थी. इस नेक कार्य के लिए समिति की सबने प्रसंशा भी की थी.
डंडरियाल विकास एवम सामाजिक कल्याण समिति द्वारा निर्धन बालिकाओं को जैकेट की गई वितरित