
पहाड़ का सच देहरादून। पिटकुल के प्रबंध निदेशक पीसी ध्यानी द्वारा एडीबी वित्त पोषित विभिन्न उपसंस्थानो के सिविल निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर पिटकुल के अधिकारियों एवं कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को समय से कार्य पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया गया ।


रविवार को प्रबंध निदेशक ने पिटकुल में एडीबी वित्त पोषित विभिन्न उपसंस्थानो के सिविल निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा की गई । प्रबंध निदेशक द्वारा प्रगति की समीक्षा उपरांत यह निर्देश दिए गए कि 220 केवी उपसंस्थान सेलाकुई ,132 केवी उपसंस्थान लोहाघाट, के सिविल निर्माण कार्यों को 31 दिसंबर 2025 तक पूर्ण करा लिया जाए जिससे कि इलेक्ट्रिकल उपकरणों के इंस्टॉलेशन/इरेक्शन की प्रक्रिया को ससमय पूरा किया जा सके और 26 जनवरी 2026 से पहले उक्त उपसंस्थानो को ऊर्जीकृत किया जा सके ।
उन्होंने कहा कि 132 केवी उपसंस्थान खटीमा,132 केवी उपसंस्थान आराघर,132 केवी उपसंस्थान धौलाखेड़ा और 220 केवी उपसंस्थान मंगलौर के सिविल निर्माण कार्यों को 31 जनवरी 2026 तक पूर्ण करा लिया जाए जिससे कि इलेक्ट्रिकल उपकरणों के इंस्टॉलेशन/इरेक्शन की प्रक्रिया को ससमय पूरा किया जा सके और 15 मार्च 2026 से पहले उक्त उपसंस्थानो को ऊर्जीकृत किया जा सके ।
मोहम्मद सावेज अधिशासी अभियंता सितारगंज को यह निर्देशित किया गया कि वह उपरोक्त निर्माणाधीन उपसंस्थानो में प्रयोग किए जाने वाले ट्रांसफार्मर का मैसर्स टेक्निकल एसोसिएट्स के सितारगंज स्थित प्लांट पर जाकर ट्रांसफार्मर निर्माण की प्रगति का स्थलीय निरीक्षण करें और कार्यदायी कंपनी मैसर्स फ्लोमोर को भी यह निर्देशित किया गया कि वे ट्रांसफार्मर का इंस्पेक्शन शेड्यूल पिटकुल को प्रेषित करें जिससे कि ट्रांसफार्मर की सप्लाई अविलंब सुनिश्चित की जा सके ।
इसके साथ ही उनके द्वारा कार्य की गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखने हेतु भी पिटकुल के और कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को निर्देशित किया गया ।
समीक्षा बैठक में पी.सी. ध्यानी प्रबंध निदेशक के अलावा मुख्य अभियंता (जानपद ), जितेंद्र चतुर्वेदी मुख्य अभियंता, पंकज कुमार, अधीक्षण अभियंता (जानपद ) प्रमोद ध्यानी, महेश रावत अधिशासी अभियंता, धर्मेंद्र डबराल , रणवीर सिंह और कार्यदायी कंपनी मैसर्स फ्लोमोर की ओर से अमित गोयल जनरल मैनेजर शत्रुंजय चतुर्वेदी डिप्टी जनरल मैनेजर उपस्थित रहे ।