
ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल

🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~* 🕉️
🌤️ *दिनांक – 05 नवम्बर 2025*
🌤️ *दिन – बुधवार*
🌤️ *विक्रम संवत – 2082*
🌤️ *शक संवत – 1947*
🌤️ *अयन – दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु – हेमंत ऋतु*
⛅ *अमांत – 20 गते कार्तिक मास प्रविष्टि*
⛅ *राष्ट्रीय तिथि – 14 कार्तिक मास*
🌤️ *मास – कार्तिक*
🌤️ *पक्ष – शुक्ल*
🌤️ *तिथि – पूर्णिमा शाम 06:48 तक तत्पश्चात प्रतिपदा*
🌤️ *नक्षत्र – अश्विनी सुबह 09:40 तक तत्पश्चात भरणी*
🌤️ *योग – सिद्धि सुबह 11:28 तक तत्पश्चात व्यतीपात*
🌤️ *राहुकाल – दोपहर 12:00 से दोपहर 01:21 तक*
🌤️ *सूर्योदय – 06:34*
🌤️ *सूर्यास्त – 05:27*
👉 *दिशाशूल – उत्तर दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण – व्रत पूर्णिमा, कार्तिकी पूर्णिमा, देव दिवाली, कार्तिक व्रत-स्नान समाप्त, भीष्मपंचक व्रत समाप्त, तुलसी विवाह समाप्त, व्यतीपात योग (दोपहर 11:28 से 06 नवम्बर सुबह 07:05 तक)*
💥 *विशेष – पूर्णिमा एवं व्रत के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
🕉️~ *वैदिक पंचांग* ~🕉️
🌷 *घर के झगड़े* 🌷
👉🏻 *घर के सभी लोग रसोईघर में हाथ-पैर धोकर ज़मीन पर बैठकर साथ मिलकर भोजन करें तो घर के झगड़े शांत होंगे और सुख समृद्धि बढ़ेगी ।*
🕉️~*वैदिक पंचांग* ~🕉️
🌷 *थकान भगाने के लिए* 🌷
➡️ *दोनों नथुनों से श्वास लिया, रोका और दायें नथुने से ही छोड़ा | ऐसा १० बार किया और अँगूठे के पासवाली पहली ऊँगली और अँगूठा – दोनों के अग्रभागों को आपस में मिला के कुछ मिनट शवासन में पड़े रहे |*
*कैसी भी थकान हो और शरीर टूटता हो, आराम ! यह थकान को भगाने का रामबाण इलाज है !*
🕉️~*वैदिक पंचांग* ~🕉️
🌷 *आर्थिक कष्ट निवृति योग* 🌷
➡ *06 नवम्बर 2025 गुरुवार को मार्गशीर्ष कृष्ण प्रतिपदा (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार कार्तिक कृष्ण प्रतिपदा) है ।*
🙏🏻 *अगर कोई आदमी गरीबी से बहुत पीड़ित हो …पैसों की तंगी से बहुत पीड़ित हो और कर्जे का ब्याज भरते-भरते परेशान हो गया हो बहुत तकलीफ सहन करनी पड़ती हो तो मार्गशीर्ष कृष्ण प्रतिपदा (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार कार्तिक कृष्ण प्रतिपदा) को रात के समय अपने गुरुदेव का पुजन कर दिया …* *मानसिक या दिया जलाकर ।*
*फिर भगवान विष्णु का स्मरन कर के*
🌷 *“मंगलम भग्वान विष्णु, मंगलम गरुध ध्वज |*
*मंगलम पुण्डरीकाक्ष, मंगलाय तनो हरि ।”*
👉🏻 *फिर 6 मंत्र बोले भगवान का स्मरण करते हुए:-*
🌷 *ॐ वैश्वानराय नम:*
🌷 *ॐ अग्नयै नम:*
🌷 *ॐ हविर्भुजै नम:*
🌷 *ॐ द्रविणोदाय नम:*
🌷 *ॐ संवर्ताय नम:*
🌷 *ॐ ज्वलनाय नम:*
🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~* 🕉️
पंचक
प्रारंभ: 31 अक्टूबर 2025 (शुक्रवार) सुबह 6:48 बजे
समाप्ति (उस काल की): 4 नवंबर 2025 (मंगलवार) दोपहर 12:34 बजे
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🌟 आपका व्यक्तित्व और भाग्य
आपके जीवन में परिवर्तन की गति तीव्र रहती है, लेकिन आपके आत्मविश्वास और कर्मशीलता से हर चुनौती अवसर में बदल जाती है।
अगर आप किसी कार्य को ठान लें, तो उसे पूरा किए बिना रुकना आपकी आदत नहीं।
आपका सकारात्मक दृष्टिकोण और सच्ची निष्ठा आपके जीवन को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगी। 🌞
💐 आपके लिए शुभ संकेत 💐
शुभ दिनांक: 1, 5, 7, 14, 23
शुभ अंक: 1, 2, 3, 5, 9, 32, 41, 50
शुभ वर्ष: 2030, 2032, 2034, 2050, 2059, 2052
ईष्टदेव: मां लक्ष्मी, गणेश जी, मां अम्बे
शुभ रंग: हरा, गुलाबी, जामुनी, क्रीम
✨ वार्षिक भविष्यफल 2025–26 ✨
💞 रिश्ते और परिवार:
घर-परिवार में प्रेम और सद्भाव का वातावरण रहेगा। दाम्पत्य जीवन में मधुरता और समझ बढ़ेगी। अविवाहित जातक विवाह योग में हैं। संतान से शुभ समाचार प्राप्त होगा।
💼 कारोबार और करियर:
व्यवसायिक रूप से यह वर्ष अत्यंत शुभ रहेगा। जिन कार्यों में अड़चनें आ रही थीं, वे अब पूर्ण होंगे। नई योजनाओं और संपर्कों से लाभ मिलेगा। नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए पदोन्नति या सम्मान के अवसर बनेंगे।
🙏 स्वास्थ्य और मनोबल:
मानसिक रूप से संतुलित रहेंगे। नए विचारों और ऊर्जावान सोच से आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा।
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🌸 आपका आने वाला वर्ष खुशियों, सौभाग्य और नई उपलब्धियों से परिपूर्ण रहे — यही शुभकामना है! 🌸
🌼 “आपका हर दिन नये उजाले से भरा हो,
हर सुबह खुशियों की सौगात लाए,
हर संध्या आपके जीवन में सुख-शांति का दीप जलाए!” 🌼
