
पहाड़ का सच डोईवाला। हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट ने इस दीपावली पर राधा रानी (बदला हुआ नाम) के जीवन में सचमुच खुशियों के दीप जला दिए। प्लास्टिक सर्जरी विभाग के चिकित्सकों ने चमोली की राधा रानी के माथे पर बचपन की चोट से बने गहरे दाग को सर्जरी द्वारा मिटाकर उसे नई मुस्कान और आत्मविश्वास लौटाया।

राधा रानी ने बताया कि इस दाग के कारण उसका आत्मविश्वास टूट चुका था और विवाह की बात भी अटक गई थीं। मां के साथ वह उपचार के लिए वरिष्ठ प्लास्टिक सर्जन एवं स्माइल ट्रेन प्रोग्राम के डायरेक्टर डॉ. संजय द्विवेदी की ओपीडी में पहुंचीं।
गहन जांच के बाद डॉ. द्विवेदी ने पाया कि कॉन्ट्रैक्शन रिलीज़ फेनोमेनन के कारण घाव दोगुना आकार ले सकता था, जिससे चेहरा असंतुलित हो सकता था। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, उन्होंने विशेष योजना बनाते हुए गेलियल एडवांसमेंट और रैपिड टिशू एक्सपैंशन तकनीक का उपयोग कर माथे का सफल पुनर्निर्माण किया।
स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू), जौलीग्रांट के अध्यक्ष डॉ. विजय धस्माना ने राधा रानी के जीवन में आए इस सकारात्मक परिवर्तन के लिए डॉ. संजय द्विवेदी, डॉ. नीती श्री, डॉ. अमित, नर्सिंग टीम की आरती और पूरी प्लास्टिक सर्जरी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि संस्थापक डॉ. स्वामी राम का सपना था कि उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों के लोगों को महानगरों जैसी उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा अपने ही प्रदेश में मिले, आज वही सपना साकार हो रहा है।
अस्पताल के निदेशक डॉ. हेमचंद्र पांडेय ने कहा कि हिमालयन अस्पताल सेवा, संवेदना और उत्कृष्टता के माध्यम से हर दिन किसी न किसी जीवन में नई चमक ला रहा है।
जब ज़ख्म मिटे, तो ज़िंदगी फिर मुस्कुराई
हिमालयन अस्पताल में ऑपरेशन के दो दिन बाद जब पट्टी खोली गई, तो राधा रानी और उनकी माता की आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े। डॉ. द्विवेदी ने बताया कि माथे पर केवल हल्के टांकों के निशान बचे हैं, जो कुछ समय में पूरी तरह धूमिल हो जाएंगे। सर्जरी के बाद राधा रानी में लौटा आत्मविश्वास उसके चेहरे पर साफ देखा गया।
