
ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल

*🌞~ वैदिक पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक – 08 अक्टूबर 2025*
*⛅दिन – बुधवार*
*⛅विक्रम संवत् – 2082*
*⛅अयन – दक्षिणायण*
*⛅ऋतु – शरद*
*🌦️ अमांत – 22 गते आश्विन मास प्रविष्टि*
*🌦️ राष्ट्रीय तिथि – 16 आश्विन मास*
*⛅मास – कार्तिक*
*⛅पक्ष – कृष्ण*
*⛅तिथि – द्वितीया रात्रि 02:22 अक्टूबर 09 तक तत्पश्चात् तृतीया*
*⛅नक्षत्र – अश्विनी रात्रि 10:44 तक तत्पश्चात् भरणी*
*⛅योग – हर्षण रात्रि 01:33 अक्टूबर 09 तक तत्पश्चात् वज्र*
*⛅राहुकाल – दोपहर 12:04 से दोपहर 01:31 तक*
*⛅सूर्योदय – 06:13*
*⛅सूर्यास्त – 05:55*
*⛅दिशा शूल – उत्तर दिशा में*
*⛅ब्रह्ममुहूर्त – प्रातः 04:43 से प्रातः 05:32 तक*
*⛅अभिजीत मुहूर्त – कोई नहीं*
*⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 11:50 से रात्रि 12:39 अक्टूबर 09 तक*
*🌥️विशेष – द्वितीया को बृहती (छोटा बैंगन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंड: 27.29-34)*
*🔹स्वस्थ व मजबूत दाँतों के लिए क्या करें ?🔹*
*१] दाँतों की सफाई के लिए दातुन या आयुर्वेदिक मंजन का उपयोग करें | मंजन मध्यमा (सबसे बड़ी) ऊँगली से करें ।*
*२] हफ्ते या १५ दिन में एक दिन सरसों के तेल में नमक मिला के ऊँगली से दाँतों व मसूड़ों की अच्छी तरह मालिश करें ।*
*३] शौच के समय दाँतों को अच्छी तरह भींचकर बैठने से दाँत स्वस्थ रहते हैं ।*
*४] सोने से पहले व भोजन के बाद दाँतों को अच्छे-से साफ करना चाहिए ।*
*🔹क्या न करें ?🔹*
*१] तर्जनी ऊँगली (अँगूठे के पासवाली पहली ऊँगली) से मंजन कभी नही करना चाहिए, इससे दाँत कमजोर होते हैं ।*
*२] बहुत ठंडे या बहुत गर्म पदार्थों का सेवन न करें, यह दाँतों को हानि पहुँचाता है ।*
*३] गुटखा, तम्बाकू, चॅाकलेट्स, खट्टे पदार्थ आदि के सेवन व पान चबाने से दाँतों को हानि पहुँचती है ।*
*४] सुई अथवा अन्य नुकीली या धारदार वस्तु दाँतों के बीच कभी नहीं घुसानी चाहिए ।*
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