
आईएएस पत्नी मुख्यमंत्री के साथ जापान गई सरकारी दौरे पर

भ्रष्टाचार के किसी मामले में fir की चर्चा
पहाड़ का सच/एजेंसी
चंडीगढ़। हरियाणा के सीनियर IPS अफसर वाई पूरन कुमार ने मंगलवार को सुसाइड कर लिया। उन्होंने चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित अपनी कोठी में खुद को गोली मार ली। शुरुआती जांच के अनुसार, पूरन कुमार ने PSO के पिस्टल से गोली मारी। घटना की सूचना मिलते ही चंडीगढ़ पुलिस के साथ हरियाणा सरकार के कुछ सीनियर अफसर भी मौके पर पहुंचे।
चंडीगढ़ की SSP कंवरदीप कौर ने घटनास्थल का मुआयना करने के बाद कहा कि वाई पूरन कुमार ने सुसाइड किया है। उनको हेड इंजरी है। फिलहाल इससे ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता। सुसाइड के कारणों का पता किया जा रहा है।
चंडीगढ़ पुलिस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि मौके से 9 पेज का एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें हरियाणा के एक IPS अफसर और 2 पूर्व IPS अफसरों का नाम है। इस बीच यह जानकारी भी सामने आई है कि 2 दिन पहले रोहतक के अर्बन एस्टेट थाने में रोहतक रेंज के तत्कालीन आईजी वाई पूरन कुमार के गनमैन के खिलाफ एक FIR दर्ज की गई। ये FIR भ्रष्टाचार से जुड़े एक केस से संबंधित बताई जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, वाई पूरन कुमार को शक था कि इस मामले में उन्हें फंसाया जा सकता है। चंडीगढ़ पुलिस इन दोनों एंगल की जांच कर रही है। उधर, रोहतक में दर्ज FIR में क्या है अभी इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है।
वाई पूरन कुमार हरियाणा पुलिस में 2001 बैच के IPS अफसर थे। 29 सितंबर को उनकी पोस्टिंग रोहतक के सुनारिया स्थित पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज (PTC) में IG के तौर पर हुई थी। वह 7 अक्टूबर तक छुट्टी पर थे। हालांकि हरियाणा पुलिस से उनकी छुट्टी की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई।
वाई पूरन कुमार की पत्नी अमनीत पी. कुमार हरियाणा सरकार में ही सीनियर IAS अफसर हैं। अमनीत पी. कुमार हरियाणा के सीएम नायब सैनी के साथ 5 अक्टूबर को जापान गए राज्य सरकार के डेलीगेशन में शामिल हैं। यह डेलीगेशन 8 अक्टूबर की शाम को भारत लौटेगा।
पूरन कुमार की डेडबॉडी को चंडीगढ़ के सेक्टर 16 स्थित मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भिजवाया गया है। चंडीगढ़ सेक्टर 16 अस्पताल की डायरेक्टर सुमन सिंह ने कहा कि डॉक्टरों का बोर्ड कल उनका पोस्टमॉर्टम करेगा।
इस घटना से जुड़ी 3 प्रमुख बातें….
1. 3 मंजिला कोठी की बेसमेंट में घटना IPS अफसर वाई पूरन कुमार ने चंडीगढ़ के सेक्टर 11 की जिस 116 नंबर कोठी में सुसाइड किया, वह तीन मंजिला है। तीनों फ्लोर पर अलग-अलग परिवार रहते हैं। वाई पूरन कुमार के पास इस कोठी का ग्राउंड फ्लोर और बेसमेंट है। वह यहां अपनी पत्नी अमनीत पी. कुमार और एक बेटी के साथ रहते थे। उनकी पत्नी हरियाणा सरकार के नागरिक उड्डयन विभाग की सचिव हैं। इनकी छोटी बेटी चंडीगढ़ में ही पढ़ाई कर रही है, जबकि बड़ी बेटी विदेश में स्टडी करने के लिए गई हुई है।
2. बेटी ने देखी सबसे पहले बॉडी चंडीगढ़ पुलिस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार को वाई पूरन कुमार और उनकी छोटी बेटी घर पर थे। बाप-बेटी सुबह ग्राउंड फ्लोर पर थे। थोड़ी देर बाद पूरन कुमार उठकर कोठी की बेसमेंट में चले गए जबकि बेटी अपने किसी काम में व्यस्त हो गई। बेसमेंट में पहुंचने के बाद पूरन कुमार ने वहां पड़ी कुर्सी पर बैठकर पिस्टल को अपनी कनपटी पर रखकर ट्रिगर दबा दिया। उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना का पता तब चला जब कुछ देर बाद बेटी बेसमेंट में गई। पिता की बॉडी और खून देखकर उसने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी।
3. मजदूरों ने नहीं सुनी गोली चलने की आवाज कोठी के बाहर एक प्राइवेट सिक्योरिटी कंपनी के गार्ड तैनात रहते हैं जिन्हें तीनों फैमिली ने मिलकर रखा है। यहां तैनात सिक्योरिटी गार्ड ने ही चंडीगढ़ पुलिस को फोन करके गोली चलने की सूचना दी। कोठी के ठीक सामने स्थित प्लॉट में घर बनाने का काम चल रहा है। यहां काम करने वाले मजदूरों का कहना है कि उन्होंने गोली चलने की कोई आवाज नहीं सुनी। दोपहर 2 बजे जब पुलिस की कई गाड़ियां वहां पहुंचीं, तब उन्हें पता चला कि सामने वाली कोठी में किसी बड़े पुलिस अफसर ने खुद को गोली मार ली है।
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