
अब कोई हाकम नहीं बचने पाएगा,हमने 100 ज्यादा नकल माफिया जेल भेजे

25 हजार को सरकारी नौकरी दीं, 21 सालों में जितनों को नौकरी मिली उससे ज्यादा मेरे 4 साल के कार्यकाल में मिली
पहाड़ का सच देहरादून।UKSSSC की स्नातक स्तरीय परीक्षा में पेपर लीक के आरोपों और छात्रों-युवाओं के आंदोलन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज साफ किया कि छात्रों की इच्छा के मुताबिक सरकार सीबीआई या कोई और जांच की दरकार होगी तो वह भी कराएगी। पहले एसआईटी की जांच रिपोर्ट तो आ जाए। .
उन्होंने भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उनकी सरकार ने अभी तक 100 से ज्यादा नकल माफिया को जेल पहुंचाया है। एक भी हाकम का हुक्मरान नहीं बचेगा। अगले साल 10 हजार नई नौकरियां दी जाएंगी। इसका कैलेंडर जारी हो चुका है।उन्होंने कहा कि पेपर लीक होने की सूचना मिलने पर सबसे पहले किसको जानकारी दी जानी चाहिए थी, ये बहुत बड़ा सवाल है।
मुख्यमंत्री ने स्वदेशी के मसले पर पत्रकार वार्ता बुलाई थी लेकिन उनकी बात खत्म होने के बाद पत्रकारों के सवाल UKSSSC नकल-पेपर लीक पर ही केन्द्रित रहे। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि हाकम तो पकड़ा गया लेकिन उसका भी हाकम होगा या जितने भी हाकम हैं, उनमें एक भी नहीं छूटेगा और एक भी नहीं बचेगा। धामी ने कहा कि 10वीं, 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में भी नकल के मामले सामने आते हैं। परीक्षा को ही रद्द नहीं कर दिया जाता है। Uksssc परीक्षा में 80 हजार छात्रों ने भाग लिया। नकल का मामला अगर सामने आता है तो पहले किसको सूचित करना चाहिए था ! कुछ खास शख्स को ही इसकी जानकारी क्यों दी गई।
धामी ने कहा कि सरकार ये भी देखना चाह रही है कि ऐसा तो नहीं कि हरिद्वार की तरह कहीं और भी ऐसी घटना हुई हो। यूं ही परीक्षा रद्द नहीं की जा सकती। SIT इसकी जांच कर रही है। हाइकोर्ट के पूर्व Judge (UC ध्यानी) जांच की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नकल के मामले में भ्रम फैलाया जा रहा है। पिछले 4 सालों (अपने कार्यकाल में) में 25 हजार को सरकारी नौकरिया दी गई। उससे पहले 21 सालों में भी इतनी नौकरिया नहीं दी गई। 100 से ज्यादा लोगों को नकल कानून बना जेल भेज दिया। छात्रों और युवाओं के हित में सरकार को किसी भी जांच से गुरेज नहीं। . हमारे छात्र और युवा CBI या कोई और जांच चाहेंगे तो वह भी होगी। अभी SIT की जांच चल रही। CBI भी यही पूछती है कि अभी तक जांच में क्या निष्कर्ष निकला है। कितना काम जांच में किया गया है।
सवालों का Screen Shot बॉबी पंवार को भेजे जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ये सवाल वास्तव में उनसे (बॉबी) से ही पूछा जाना चाहिए, उनको ही सवाल क्यों भेजे गए। मेरे दिमाग में भी सचमुच ये ही प्रश्न है। इसका जवाब SIT देगी। सरकार Students-युवाओं को आश्वस्त करते हैं कि जब तक जिंदा हूं उत्तराखंड के 1-1 छात्र को इंसाफ दिलाऊगा। नकल का कानून भी मेरी सरकार ही लाई। उनके हित में एक कदम पीछे नहीं हटूंगा।
धामी ने कहा कि छात्रों को बरगला के राजनीति की जा रही है। जिन लोगों को राजनीति करने के लिए कोई मौका नहीं मिल रहा हटा, वे छात्रों के कंधों का इस्तेमाल कर रहे हैं। साल-2022 और 2023 में भी छात्रों का ऐसा ही आंदोलन हुआ था। बाद में उन्होंने ही सरकार के कदमों का समर्थन किया। जो असली छात्र हैं, उन्होंने कल चुनाव (छात्रसंघ के) में शिरकत की।
इस दौरान प्रदेश महामंत्री दीप्ति रावत, कुलदीप कुमार व मीडिया इंचार्ज मनवीर सिंह चौहान भी मौजूद थे।
