
ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल

*🌞~ वैदिक पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक – 28 सितम्बर 2025*
*⛅दिन – रविवार*
*⛅विक्रम संवत् – 2082*
*⛅अयन – दक्षिणायण*
*⛅ऋतु – शरद*
*🌤️ अमांत – 12 गते आश्विन मास प्रविष्टि*
*⛅ राष्ट्रीय तिथि – 6 आश्विन मास*
*⛅मास – आश्विन*
*⛅पक्ष – शुक्ल*
*⛅तिथि – षष्ठी दोपहर 02:27 तक तत्पश्चात् सप्तमी*
*⛅नक्षत्र – ज्येष्ठा रात्रि 03:55 सितम्बर 29 तक तत्पश्चात् मूल*
*⛅योग – आयुष्मान रात्रि 12:32 सितम्बर 29 तक तत्पश्चात् सौभाग्य*
*⛅राहुकाल – शाम 04:34 से शाम 06:02 तक*
*⛅सूर्योदय – 06:07*
*⛅सूर्यास्त – 06:08*
*⛅दिशा शूल – पश्चिम दिशा में*
*⛅ब्रह्ममुहूर्त – प्रातः 04:42 से प्रातः 05:29 तक*
*⛅अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 11:53 से दोपहर 12:41 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 11:53 से रात्रि 12:41 सितम्बर 29 तक*
*⛅️व्रत पर्व विवरण – सर्वार्थ सिद्धियोग, रविवारी सप्तमी (दोपहर 02:27 से 29 सितम्बर सूर्योदय तक), अकाल बोधन*
*🌥️विशेष – सप्तमी को ताड़ फल खाने से रोग बढ़ता है व शरीर का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंड: 27.29-34)*
*🔹जीवन में उपयोगी नियम🔹*
*🔸1. अश्लील पुस्तक आदि न पढ़कर ज्ञानवर्धक पुस्तकों का अध्ययन करना चाहिए ।*
*🔸2. चोरी कभी न करो ।*
*🔸3. किसी की भी वस्तु लें तो उसे सँभाल कर रखो । कार्य पूरा हो फिर तुरन्त ही वापिस दे दो ।*
*🔸4. समय का महत्त्व समझो । व्यर्थ बातें, व्यर्थ काम में समय न गँवाओ । नियमित तथा समय पर काम करो ।*
*🔸5. स्वावलंबी बनो । इससे मनोबल बढ़ता है ।*
*🔸6. हमेशा सच बोलो । किसी की लालच या धमकी में आकर झूठ का आश्रय न लो ।*
*🔸7. अपने से छोटे दुर्बल बालकों को अथवा किसी को भी कभी सताओ मत । हो सके उतनी सबकी मदद करो ।*
*🔸8. अपने मन के गुलाम नहीं परन्तु मन के स्वामी बनो । तुच्छ इच्छाओं की पूर्ति के लिए कभी स्वार्थी न बनो ।*
*🔸9. किसी का तिरस्कार, उपेक्षा, हँसी-मजाक कभी न करो । किसी की निंदा न करो और न सुनो ।*
*🔸10. किसी भी व्यक्ति, परिस्थिति या मुश्किल से कभी न डरो परन्तु हिम्मत से उसका सामना करो ।*
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