
– बुरांसी गांव में अतिवृष्टि की घटना, राजस्व विभाग की टीम मौके पर मौजूद

– पाबौ में भूस्खलन के मलबे में दबने से दो महिलाओं की मौत, थैलीसैंण में पांच श्रमिक बहे, पाटुली में एक मकान गिरा
पहाड़ का सच पौड़ी।
प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते पौड़ी गढ़वाल जिले के बुरासी गांव में बुधवार सुबह एक भीषण भूस्खलन हुआ, जिसमें दो महिलाओं की मौत हो गई, जबकि कई मवेशी मलबे में दबकर मारे गए। हादसे में गांव के कई मकान और गौशालाएं पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं।
मृत महिलाओं की पहचान बिमला देवी (पत्नी स्व. बलवंत सिंह भंडारी) और आशा देवी (पत्नी स्व. प्रेम सिंह नेगी) के रूप में की गई है। दोनों महिलाएं अचानक हुए भूस्खलन की चपेट में आ गईं और मलबे में दबने से मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
वहीं, ग्रामीण अमर सिंह का आवासीय भवन और गौशाला भी भूस्खलन की चपेट में आ गए, जिससे भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। मलबे में दबने से कई मवेशियों की भी मौत हो गई है।
राजस्व विभाग के प्राथमिक सर्वेक्षण के मुताबिक बुरांसी गांव निवासी अमर सिंह के 08 पशुओं की मृत्यु हुई है। जिसे 2 बैल, 2 गाय व 4 बकरी शामिल है। 08 में से 05 मृत पशुओं के शरीर बरामद कर लिया गया है। जबकि 01 गाय व 2 बकरी लापता है।
दूसरी ओर थैलीसैंण ब्लाक के एक गांव के पास गदेरे में आए उफान से टेंट में रह रहे मजदूर बह गए। इनमें से पांच लापता बताए जा रहे हैं, जबकि दो घायल हैं। पैठाणी के पास पाटुली में एक मकान ढह गया है। पुलिस और प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंच कर रेस्क्यू आपरेशन चलाया।
घटना बुधवार की है। बताया जा रहा है कि पाबौ ब्लाक के बुरांसी गांव में मूसलाधार बारिश के बीच पास की पहाडी पर हुए जबरदस्त भूस्खलन का मलबा घरों में घुस गया। मलबे में दबने से आशा देवी और बिमला देवी की मौत हो गई। इसके अलावा थलीसैंण ब्लॉक के बांकुड़ा गांव में सुबह करीब एकाएक गदेरे में उफान आ गया। इससे टेट में रह रहे पांच नेपाली श्रमिक बह गए, जबकि दो को बचा लिया गया। उधर, राठ क्षेत्र में पैठाणी के ऊपर पाटुली निवासी गणेश गोदियाल पुत्र स्वर्गीय रामचंद्र गोदियाल का मकान भी भारी बारिश के चलते ढह गया।
पौड़ी की जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने बुरांसी गांव में घटनास्थल का निरीक्षण किया और आपदा प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता देने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन ने संवेदनशील क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर दिया है।
जिला प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता उपलब्ध करायी जा रही है। इससे लगे सैंजी गांव में भी भूस्खलन से प्रभावित लोगों को अन्यत्र शिफ्ट किया गया करने के साथ ही राहत सामग्री वितरित की गई।
वहीं जिले के बुरांसी और बांकुड़ा गांव में अतिवृष्टि से नुकसान एवं कुछ लोगों के हताहत होने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुःख जताया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पौड़ी जिले से दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। सूचना मिलते ही प्रशासन की ओर से गांव तक पहुंचने के लिए तीन दिशाओं – चौंरीखाल, पाबौ और थलीसैंण से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की गई।
अधिकारियों को घायलों को समुचित उपचार प्रदान करने एवं प्रभावितों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने के निर्देश दिए हैं।
