– खुलेआम हथियारों का प्रदर्शन कर दबंगई करने वाले पूर्व विधायक के पक्ष में उतरे गुर्जर तो खानपुर विधायक ने तोड़ निकाला और दिया ब्राह्मण का नारा , परवान नहीं चढ़ सकी प्लानिंग
– पुलिस ने विधायक उमेश को डोईवाला में रोका , समर्थकों ने लक्सर में पुलिस पर किया पथराव, जवाब में लाठीचार्ज
– कार्रवाई नहीं हुई तो दिल्ली विधानसभा चुनाव में दिखाएंगे जोर-गुर्जर समाज
पहाड़ का सच देहरादून/हरिद्वार/लक्सर।
हथियारों का खुला प्रदर्शन कर दबंगई पर उतर आए पूर्व विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन के पक्ष में गुर्जर समाज की महापंचायत के जवाब की काट में विधायक उमेश शर्मा के ब्राह्मण समाज का नारा आज फेल हो गया। ऐसे आयोजन के परवान चढ़ने से पहले ही विधायक पुलिस की पकड़ में आ गए (या प्लानिंग के तहत आए)और हरिद्वार में सड़कों पर उतरे उमेश समर्थकों ने पुलिस पर पथराव कर डाला ।जवाब में पुलिस ने लाठी फटकार कर समर्थकों को तितर बितर कर दिया। .कुछ पुलिसकर्मियों के घायल होने की भी सूचना है। लक्सर पथराव के मसले पर कुछ लोग गिरफ्तार किए गए। दूसरी ओर, लंढोरा के रंगमहल में गुर्जर समाज के वरिष्ठ नेताओं की बैठक जारी है। वॉयरल वीडियो में गुर्जर समाज के नेताओं ने विधायक उमेश कुमार को कड़ी चेतावनी भी दी। साथ ही कोई कार्रवाई नहीं होने पर दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को सबक सिखाने की बात भी कही। बैठक में हरिद्वार पुलिस की कार्यप्रणाली की कड़ी आलोचना की गई।
इधर, शुक्रवार को रुड़की इलाके में बुलाई गई सर्वदलीय सभा में हिस्सा लेने जा रहे विधायक उमेश को डोईवाला पुलिस ने नाटकीय घटनाक्रम के तहत गिरफ्तार किया। हालांकि दावा किया जा रहा है कि पिछले तीन दिनों से देहरादून में रह रहे विधायक उमेश शर्मा पर liu पिछले कई दिनों से नजर गड़ाए हुए थी और उन्हें आज डोईवाला टोल प्लाजा पर रोकने के लिए डोईवाला, रायवाला व शहर कोतवाली हरिद्वार के कोतवाल को लगा रखा था।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार विधायक को शुक्रवार की सुबह दून से रुड़की जाते हुए पुलिस ने लच्छीवाला टोल प्लाजा के पास रोका। इस प्रकरण की भी सोशल मीडिया में कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिली। फेस बुक पर कई यूजर्स विधायक के ब्राह्मण के बारे पर भी कॉमेंट्स कर रहे हैं। कई ने तो यहां तक लिखा है उत्तराखंड में ब्राह्मणों के बीच विधायक की पोल खुल गई है।
यूजर्स का कहना है कि विधायक को देहरादून से जाने के बजाय रूड़की व लक्सर रहकर ही समर्थकों के साथ सर्वदलीय बैठक में जाना था। दून से लक्सर जाने का कार्यक्रम पुलिस को कैसे पता चल गया। यह भी राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया । कुछ यूजर्स ने इसे प्री फिक्स कार्यक्रम करार दिया। सोशल मीडिया पर कुछ लोगों का कहना था कि बात बात पर हेलीकॉप्टर की बात करने वाले विधायक उमेश कुमार ने दून से लक्सर जाने के लिए सड़क मार्ग क्यों चुना। उन्हें हेलीकॉप्टर से समर्थकों का हौसला बुलन्द करने के लिए जाना चाहिये था।
बहरहाल, चैंपियन-उमेश विवाद के फिलहाल थमने के आसार कम ही हैं। उमेश समर्थकों के पथराव के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति है। इस विवाद में चैंपियन 28 जनवरी से जेल में बन्द है। गुर्जर समाज व्यापक रणनीति बनाने में जुटा है। गुर्जर समाज ने रंगमहल पर आकर उमेश के कदम को समाज का भारी अपमान बताया। और कहा कि रंगमहल गुर्जर समाज की शान है।गुर्जर समाज के बड़े नेताओं ने मामले के हल होने तक रंगमहल में ही डटे रहने का फैसला किया है।इस प्रकरण पर हरिद्वार पुलिस- प्रशासन के एक्शन को लेकर भी गुर्जर समाज तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहा है।