– एसडीआरएफ व सेना ने चलाया संयुक्त अभियान
पहाड़ का सच चमोली/ देहरादून ।
एसडीआरएफ व सेना के संयुक्त अभियान में भारतीय वायु सेना और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) ने चौंखंबा-III पर ट्रैकिंग के दौरान लापता हुई दो विदेशी महिला पर्वतारोहियों को सकुशल बचा लिया है। दोनों विदेशी पर्यटक महिलाएं शनिवार को ट्रैकिंग के दौरान फंस गई थी।
अधिकारियों ने बताया कि रविवार की सुबह तक जोशीमठ ले जाने में लॉजिस्टिकल बाधाओं के कारण देरी हुई, जबकि रेस्क्यू टीम ने शनिवार रात देर से फंसी हुई पर्वतारोहियों को खोज निकाला और उन्हें सुरक्षित स्थान पर लाया। जानकारी के अनुसार अमेरिका की मिस मिशेल थेरसा और यूके की मिस फावगने मैनर्स नामक दो विदेशी महिला ट्रैकर्स एक चट्टान खिसकने के कारण फंस गई थीं। उनका पर्वतारोहण उपकरण और सामान घाटी में गिर गया था।
चमोली जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय ने बताया कि एसडीआरएफ टीमों ने शनिवार को ग्राउंड सर्च ऑपरेशन शुरू किया, जिसमें ट्रैक के सबसे चुनौतीपूर्ण और जोखिम भरे हिस्सों पर ध्यान केंद्रित किया गया।चमोली जिला मजिस्ट्रेट संदीप तिवारी ने बताया कि शनिवार रात देर से लापता ट्रैकर्स से संपर्क किया, लेकिन रात में हेलीकॉप्टर सेवाओं की अनुपलब्धता के कारण उन्हें रविवार सुबह 7 बजे रेस्क्यू करके जोशीमठ लाया गया।
उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का कहना है कि भारतीय पर्वतारोहण फाउंडेशन ने हमें सतर्क किया, और हम तुरंत कार्रवाई में जुट गए। हमने सभी संबंधित पक्षों को सूचित किया और भारतीय वायु सेना से फंसे नागरिकों को सुरक्षित निकालने का अनुरोध किया।
एसडीआरएफ के कमांडेंट अर्पण यदुवंशी ने बताया कि भारतीय वायु सेना और एसडीआरएफ का संयुक्त खोज और बचाव ऑपरेशन हमारे टीम की उच्च ऊंचाई पर बचाव कार्यों में विशेषज्ञता के कारण सफल रहा।
कमांडेंट अर्पण यदुवंशी ने बताया कि मिशन के लिए 11 विशेषज्ञों की एक टीम तैनात की गई थी। घटना स्थल 6,200 मीटर पर था, और हमारी टीम 4,900 मीटर पर स्थित एक अग्रिम बेस कैम्प से ऑपरेट कर रही थी।एसडीआरएफ की पुलिस महानिरीक्षक रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि एसडीआरएफ टीमों ने अत्यधिक चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में पूरी निष्ठा और तत्परता से काम किया।
उच्च ऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी और कठिन भूभाग के बावजूद, हमारी टीम ने भारतीय वायु सेना के सहयोग से सफलतापूर्वक खोज अभियान चलाया।
लापता दो महिला पर्वतारोहियों से एक फ्रांसीसी अभियान दल ने संपर्क किया, जिसके बाद वायु सेना ने उन्हें सुरक्षित रूप से जोशीमठ लाया गया। प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि भारतीय वायु सेना की त्वरित प्रतिक्रिया ने फंसी हुई पर्वतारोहियों के सुरक्षित बचाव को सुनिश्चित किया। हमें राहत है कि ऑपरेशन सफल रहा और दोनों पर्वतारोही सुरक्षित हैं।