पहाड़ का सच देहरादून।
एसजीआरआरयू में छात्र-छात्राओं ने चरखे पर सूत कातकर प्रशिक्षण लिया और गांधी जी के विचारों को आत्मसात किया। कार्यक्रम में खादी की उपयोगिता एवम् महत्ता पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया।
प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने बढ़चढ़कर भागीदारी की। मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान संकाय के हिंदी विभाग द्वारा राज्य कार्यालय, खादी और ग्रामोद्योग आयोग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
प्रतियोगिता में सभी विभागों के विद्यार्थियों द्वारा उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया गया। निबंध प्रतियोगिता में निबंध विषय राज्य कार्यालय, खादी और ग्रामोद्योग आयोग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा ही प्रदान किये गये। प्रतियोगिता में महिला सशक्तिकरण , आधुनिक युग और खादी फैशन के रुप में, नया भारत और नई खादी, अन्तरिक्ष में भारत, जैसे विषयों पर छात्र-छात्राओं ने रोचक निबन्ध लिखे, साथ ही छात्रों को चरखे पर सूत कातने का प्रशिक्षण भी दिया गया। इस अवसर पर मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान की संकायाध्यक्ष प्रो. डॉ गीता रावत ने गांधी और खादी पर अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर राज्य कार्यालय, खादी और ग्रामोद्योग आयोग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार से बिजेन्द्र कुमार, सतेन्द्र सिंह भण्डारी, नरेश कुमार, एम टी एस के साथ ही डॉ मनीषा मैदुली, प्रो गीता रावत, हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ कल्पना थपलियाल, अंजलि, प्रो आशीष कुलश्रेष्ठ, प्रो प्रीति तिवारी के साथ ही सभी विभागों के विभागाध्यक्ष शिक्षकगण समेत सभी छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।