पहाड़ का सच देहरादून।
उत्तराखंड के लगभग 83 लाख मतदाता देश की संसद के लिए अपने प्रतिनिधियों के चयन के लिए आज मतदान कर रहे हैं। 18 वीं लोकसभा के गठन के लिए पहले चरण में शामिल मतदाताओं का रुझान अगले छह चरणों में चुनावी माहौल बनाएगा।
उत्तराखंड के मतदाता साल 2022 में विधानसभा चुनाव के बाद लगभग ढाई साल बाद लोकसभा चुनाव में भाग लेकर अहम फैसला लेने जा रहे हैं। राज्य की पांचों लोकसभा सीट जिसमें गढ़वाल मंडल की हरिद्वार, गढ़वाल और टिहरी के साथ कुमाऊं मंडल की नैनीताल और सुरक्षित सीट अल्मोड़ा के मतदाताओं पर इस बार अपना सांसद चुनने के साथ मतदान प्रतिशत बढ़ाने की भी बड़ी जिम्मेदारी है।
सभी राजनीतिक दल अपने अपने एजेंडे के साथ मतदाताओं को रिझाने की भरपूर कोशिश कर चुके हैं। पांच सीटों के लिए चुनाव लड़ रहे 55 उम्मीदवारों के तीन हफ्ते तक भागदौड़ और खुद को बेहतर साबित करने की होड़ के बाद उन्हें परखने का दिन आज है। .वैसे देखा जाय तो उत्तराखंड में राज्य बनने से पहले और राज्य बनने के बाद भी भाजपा-कांग्रेस से ही सांसद चुने जाते रहे हैं , एक बार हरिद्वार से सपा उम्मीदवार राजेंद्र बाड़ी जरूर चुनाव जीते हैं। इस बार कुछ अन्य दलों के उम्मीदवार और निर्दलीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन चुनावी खेल को प्रभावित कर सकता है।
पांचों लोकसभा सीट पर मतदाता
*नैनीताल सीट
कुल मतदाता 19,86,797,
पुरुष मतदाता
10,32,986
महिला मतदाता
9,53,766
ट्रांसजेंडर मतदात
45, सर्विस मतदाता
10,616,मतदेय स्थल 2,328
*हरिद्वार सीट:*
कुल मतदाता 20,08,062,
पुरुष मतदाता
10,57,295,
महिला मतदाता
9,50,612,
ट्रांसजेंडर मतदाता
155,सर्विस मतदाता
5,745,
मतदेय स्थल
2,318
*गढ़वाल सीट:*
कुल मतदाता
13,58,703,
पुरुष मतदाता
6,93,759,
महिला मतदाता
6,64,927,
ट्रांसजेंडर मतदाता
17,सर्विस मतदाता
34,963,मतदेय स्थल 2,365
*टिहरी सीट*
कुल मतदाता 15,59,236,
पुरुष मतदाता 8,06,614,
महिला मतदाता 7,52,558,
ट्रांजेंडर मतदाता 62,
सर्विस मतदाता 12,876,
मतदान केंद्र 2462 *.अल्मोड़ा सीट* : कुल मतदाता 13,30,627, पुरुष मतदाता 6,79,943, महिला मतदाता 6,50,677, ट्रांसजेंडर मतदाता 07, सर्विस मतदाता 29,157, मतदान केंद्र 2,256