– तेलंगाना से आई विजिलेंस व ड्रग्स विभाग की टीम ने मारा छापा
– हरिद्वार,रुड़की में पहले भी पकड़ी गई मनुष्यों की नकली दवाई
पहाड़ का सच कोटद्वार।
शहर के सिडकुल क्षेत्र में जानवरों की नकली दवा की फैक्ट्री पकड़ी गई। फैक्ट्री से 45 लाख की नकली दवाई बरामद की गई। इस गोरख धंधे में फैक्ट्री मालिक और उसके संलिप्त साथी को गिरफ्तार किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार तेलंगाना विजिलेस व ड्रग्स विभाग की टीम ने कोटद्वार में सिडकुल के सिगड्डी औद्योगिक क्षेत्र की एक फैक्टरी से 45 लाख की पशुओं की नकली दवाई बरामद की है। नकली दवाई बनाने और खरीद फरोख्त करने के मामले में टीम ने फैक्टरी मालिक व इसमें संलिप्त रुड़की निवासी एक युवक को गिरफ्तार किया है। देर शाम टीम दोनों को अदालत में पेश कर
ट्रांजिट रिमांड पर तेलंगाना ले गई।
बुधवार शाम को तेलंगाना से आई विजिलेंस व ड्रग्स विभाग की टीम कोटद्वार पहुंची थी। कोतवाल मणिभूषण श्रीवास्तव ने बताया कि एसएसपी के निर्देश पर सीआईयू प्रभारी कमलेश शर्मा व कलालघाटी चौकी प्रभारी दीपक पंवार की अगुवाई में पुलिस फैक्टरी में पहुंची। यहां नकली दवाइयों का जखीरा बरामद हुआ। बुधवार रात फैक्टरी मालिक विशद कुमार निवासी चांदपुर जिला बिजनौर, भावना पत्नी अश्वनी चौधरी निवासी नजीबाबाद जिला बिजनौर, सचिन प्रजापति निवासी डबल फाटक मोहनपुरा रुड़की व पूजा निवासी नजीबाबाद से गहन पूछताछ की गई।
जानकारी के अनुसार नेक्टर हर्ब एंड ड्रग्स नाम की फैक्टरी में देश की नामचीन कंपनियों के नाम से पशुओं की नकली दवाई बनाई जाती थी। सचिन को इस पूरे प्रकरण का मास्टर माइंड बताया जा रह है, जो दवाई पैकिंग से लेकर ट्रांसपोर्ट तक का काम देखता था।
अधिकारियों की टीम ने घंटों की पूछताछ
टीम में शामिल स्टेट विजिलेंस ऑफिसर व ड्रग्स इंस्पेक्टर किरन कुमार जानू, ड्रग्स इंस्पेक्टर चंद्रशेखर, उपनिरीक्षक नागेश, एसआई सुरेश समेत 10 अधिकारी व कर्मचारियों की टीम ने बुधवार की रात इन लोगों से पूछताछ कर फैक्टरी खंगाली। पूछताछ में आरोपियों ने यहां नकली दवाई बनाने व पैकिंग किए जाने की बात कबूली। भावना व पूजा को नोटिस जारी किया गया है। हैदराबाद के मलकपेट थाने में आरोपियों पर कई धाराओं में मुकदमा दर्ज है।