पहाड़ का सच/एजेंसी
पटना। एक लम्बे अरसे बाद I-N-D-I-A अलायंस की बैठक हुई, लेकिन इसमें कोई बड़ा फैसला अब तक सामने नहीं आया है। कहा जा रहा था कि नीतीश कुमार को इस बैठक में इंडिया गठबंधन का संयोजक घोषित किया जा सकता था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जानकारी यह सामने आई कि नीतीश कुमार को संयोजक बनाए जाने का प्रस्ताव आया था, लेकिन उन्होंने स्वयं ही इनकार कर दिया।
इंडिया गठबंधन की वर्चुअल बैठक समाप्त होने के बाद नीतीश कुमार के करीबी कहे जाने वाले बिहार सरकार के मंत्री संजय झा बयान सामने आया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि नीतीश कुमार को संयोजक बनाने का कांग्रेस ने प्रस्ताव दिया था, लेकिन नीतीश कुमार ने कहा कांग्रेस का ही चेयरमैन बने। बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार ने सीट शेयरिंक पर कांग्रेस और अन्य दलों से जल्द से जल्द फैसला लेने का आग्रह किया। वैसे तो नीतीश कुमार लगातार इंडिया अलायंस की एकजुटता की बात कहते आ रहे हैं और किसी भी पद को लेकर अपनी अनिच्छा जाहिर करते रहे हैं।
हालांकि, यह भी कहा जाता रहा है कि वह पीएम पद की उम्मीदवारी चाहते हैं, लेकिन ऐसा होता नहीं देख उन्होंने संयोजक पद से इनकार किया। जानकार कहते हैं कि जाहिर है नीतीश कुमार ने अपरोक्ष रूप से एक बार फिर पीएम पद की दावेदारी जता दी है। हालांकि, इंडिया अलायंस के नेताओं के द्वारा यह बताया जा रहा है कि इस बैठक का उद्देश्य घटक दलों के बीच संवादहीनता को खत्म करना था। कहा जा रहा है कि कांग्रेस की ओर से कल से शुरू हो रहे राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए मीटिंग में शामिल पार्टियों से सहयोग करने की अपील की गई है।
बता दें कि इस बैठक में ममता बनर्जी और उद्धव ठाकरे शामिल नहीं थे। कहा जा रहा है कि उनके कुछ कार्यक्रम पहले से तय थे इसलिए वे शामिल नहीं हुए. लेकिन, नीतीश कुमार, लालू यादव, मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, शरद पवार, स्टालिन, समेत कई बड़े नेता इस मीटिंग में शामिल थे। लेकिन बड़े नेताओं की इस मीटिंग से दूरी ने इंडिया अलायंस की एकजुटता को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।