पहाड़ का सच,देहरादून।
चार राज्यों में कांग्रेस की हार पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि नतीजों विश्लेषण करने पर यह बात साफ है कि भाजपा ने कांग्रेस से बेहतर प्रबंधन किया है। इसमें भाजपा की छल और छद्म शक्ति भी शामिल है।
उन्होंने पहाड़ का सच को जारी एक बयान में कहा कि लोगों तक इस संदेश को पहुंचाने की जरूरत है की लड़ाई हिंदुत्व की नहीं है, यह राजनीति है। मैं खुद हिंदू हूं और सनातन पर अटूट विश्वास है। उदारता सनातन धर्म की शक्ति है और यही कांग्रेस का मूल मंत्र है। राहुल गांधी स्वाभाविक रूप से केदारनाथ की यात्रा करते हैं और इस बात का कभी दम नहीं भरते कि वह हिंदू हैं।
रावत ने कहा कि भाजपा ने एक विष लोगों में फैला दिया है। उन्होंने देश की 80 फीसद आबादी को 18 फीसद से डरा दिया है। पूर्व सीएम ने माना कि कांग्रेस से कुछ ऐतिहासिक भूल हुई है, जिससे तुष्टिकरण का ठप्पा लग गया। हम राम मंदिर का दरवाजा खोलते खोलते रह गए। इस दौरान कांग्रेस कुछ क्षेत्रीय पार्टियों के खेल में फंस गई, जो अल्पसंख्यक बोट की राजनीति कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि इसी दौरान भाजपा ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण का ठप्पा लगा गिया। कांग्रेस में चुनाव से पहले मची खींचतान पर कहा कि पार्टी में कुछ लोग लक्ष्मण रेखा पार कर रहे हैं। पार्टी को देखना पड़ेगा कि जो लोग बोझ बन रहे हैं। उन्हें कुछ समय के लिए किनारे कर दिया जाए। इसमें चाहे मैं ही क्यों न शामिल हूं।