– जिन्होंने कभी रामलीला नही देखी, वो राम और बाबा के दरबार में टेक रहे माथा: जोशी
पहाड़ का सच,देहरादून।
भाजपा ने राहुल गांधी के श्री बदरीनाथ, केदारनाथ के दौरे पर इसे 100 करोड़ सनातनियों के बढ़ते सामर्थ्य का परिणाम बताया है । चुनाव के दौरान दौरे पर कटाक्ष करते हुए पार्टी के प्रवक्ता सुरेश जोशी ने कहा कि किया कि जिन्होंने कभी रामलीला नही देखी, वो श्री राम का तिलक भी कर रहे हैं और बाबा के दरबार ने माथा टेकने भी पहुंचते हैं।
राहुल गांधी के दौरे पर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने उनके सनातन में विश्वास व्यक्त करने का स्वागत किया है । उन्होंने कहा, हम देवभूमिवासी अतिथि देवों की संस्कृति पर विश्वास करते हैं और राहुल गांधी के श्री बद्री केदार यात्रा पर पहुंचने पर स्वागत है ।उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता देव भूमि के तीर्थ स्थलों सहित देश के अन्य भागों मे भी सनातन संस्कृति के खिलाफ दुष्प्रचार करते रहे है।
इससे वह केदारनाथ के भव्य स्वरूप को देखकर उन नेताओं का भी मार्गदर्शन करेंगे। उन्होंने कटाक्ष कर कहा, राहुल मोदी सरकार के विकास कार्यों को देख रहे हैं। इससे पूर्व धारा 370 हटने के बाद कश्मीर देखा अब केदारनाथ जा रहे हैं। उनको अयोध्या और बनारस एवं महाकाल भी ज़रूर जाना चाहिए ताकि पता चल सके धार्मिक स्थलों और सनातन के सरंक्षण और सनातन के प्रति मोदी सरकार कितनी सजग है।
साथ उन्होंने याद दिलाते हुए कहा कि किस तरह उनकी सहयोगी पार्टी के नेता उदयनिधि स्टालिन सनातन के समूल नाश का जाप कर रहे हैं, कैसे उनके उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष के मंत्री बेटे कैसे सनातनी संस्कृति का उपहास करते हैं, कैसे उनके सहयोगी पवित्र रामायण ग्रंथ का अपमान करते हैं और कैसे उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष इन्ही श्री बद्री केदार के प्रसाद को अपमानजनक तरीके से अपनी राजगद्दी पर बैठे बैठे स्वीकार करते हैं । ताउम्र सनातन का अपमान करने की नीति अपनाने वालों के लिए हम बाबा केदार से प्रार्थना करते हैं कि वे राहुल और कांग्रेस पार्टी को सद्बुद्धि दे। सनातन के सम्मान की, भ्रष्टाचार को त्यागने की, राष्ट्र की तरक्की के लिए सकारात्मक सोच अपनाने की । उन्होंने सलाह देते हुए कहा, अब राहुल को गंभीरता दिखाते हुए सुविधावादी हिंदू बनने की प्रवृति छोड़ देनी चाहिए क्योंकि जनता इसे बखूबी पहचान गई है ।
सुरेश जोशी ने राहुल की टाइमिंग पर सवाल उठाते हुए कहा, हनेशा चुनावों और कांग्रेस के लिए कठिन परिस्थिति में ही उन्हें सनातन धर्म की याद क्यों आती है ।
इससे पूर्व जब शाहबानो केस में किरकरी हुई तो स्वर्गीय राजीव गांधी ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर का ताला खुलवाया और फिर डर कर पीछे हट गए और तब से लगातार कांग्रेस सनातन विरोधी झंडा बुलंद करती आई है । उन्होंने तंज कसे हुए कहा, जिन श्रीमति सोनिया गांधी ने कभी अपने बच्चों को रामलीला नही दिखाई हो वो श्री राम का तिलक करती नजर आए कोई विश्वास नहीं करेगा । जो प्रभु श्री राम को कल्पना मानते हों उनका चुनावों ने जनेऊ धारण करना, मंदिर मंदिर भटकना और अब बाबा केदार के दरबार पहुंचना वो भी पांच राज्यों के चुनाव के बीच में अचंभित करता है ।
उन्होंने जोर देते हुए कहा, उपरोक्त सभी असंभव सी घटनाएं सब मोदी जी नेतृत्व में देश दुनिया में सनातन संस्कृति की ध्वज पताका लहराने वाले 100 करोड़ हिंदुओं के सामर्थ्य का परिणाम है । यही वजह है कि आज सभी सनातन के सामने शीश नवाते नजर आते हैं चाहे चुनाव की बेला में ही सही।
भाजपा की विकृत मानसिकता : करन माहरा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के श्री केदारनाथ धाम में दर्शन के दौरान सुनियोजित ढंग से नारेबाजी को भाजपा की कुत्सित एवं विकृत मानसिकता का परिचायक बताते हुए इस हरकत की कडे़ शब्दों में निंदा की है।
माहरा ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि अपनी निजी धार्मिक यात्रा पर उत्तराखण्ड आये कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के केदारनाथ दर्शन के दौरान सुनियोजित ढंग से जिस प्रकार नारेबाजी करवाई गई वह सनातन धर्म में किसी भी स्थिति में उचित नहीं ठहराई जा सकती है। उन्होंने कहा कि यह वही राहुल गांधी हैं जिन्होंने केदारनाथ आपदा के बाद पैदल यात्रा कर पूरे विश्व को संदेश देने का काम किया था कि श्री केदारनाथ सहित चारों धामों की यात्रा पूरी तरह सुरक्षित है। .उस समय भाजपा के झंडावरदार दुनियांभर में गाते फिर रहे थे कि चारधाम यात्रा सुरक्षित नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा तथा नरेन्द्र मोदी आज अपने आप को भगवान श्री केदारनाथ एवं श्री बद्रीनाथ से बड़ा बताने की चेष्टा कर रहे हैं जो उनकी तुच्छ, निकृष्ठ एवं कुत्सित मानसिकता का परिचायक है। उन्होंने कहा कि चारों धामों में सदियों से चली आ रही परंपराओं का जिस प्रकार भाजपा नेता क्षरण कर रहे हैं उसे सनातन धर्म में कतई उचित नहीं ठहराया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं उत्तराखंड पहुंचे स्वयंभू बागेश्वर बाबा उर्फ धीरेंद्र शास्त्री ने श्रीकेदारनाथ लिंग के गृभ ग्रह में फोटो सूट करवाया उससे उन्होंने हिन्दू धर्म एवं हिन्दुओं की आस्था के साथ न केवल खिलवाड किया है अपितु सदियों से चली आ रही परम्पराओं एवं मन्दिर समिति के नियमों का भी खुला उलंघन किया है जिसके लिए बाबा केदारनाथ उन्हें कभी क्षमा नहीं करेंगे।
माहरा ने कहा कि धीरेन्द्र शास्त्री उर्फ बागेश्वर बाबा के देहरादून में लगाए गए दरबार में मुख्यमंत्री पुष्कर की मौजूदगी में सनातनियों से सिर पर कफन बांधकर निकलने वाले भडकाऊ बयान के बाद विवाद शांत भी नहीं हुआ था कि अपने तमाम अनुयाइयों के साथ बाबा केदार के दर्शन करने पहुंचे धीरेंद्र शास्त्री के कई फोटो केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में फोटो सूट करवाने से एक और विवाद ने जन्म लिया है कि क्या नियम कानून सिर्फ आम लोगों के लिए हैं? भाजपा के नेताओं और सरकार के चहेते लोगों के लिए क्या धर्म के भी अलग नियम है? क्या नरेन्द्र मोदी और धीरेन्द्र शास्त्री बाबा केदार से बड़े हो गये हैं जो उन पर नियम लागू नहीं होते हैं?
धामी सरकार को इसका जवाब देश और प्रदेश की जनता को देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले नरेन्द्र मोदी और अब धीरेन्द्र शास्त्री के गृभग्रह वाले फोटो से दुनियाभर के हिन्दुओं की आस्था को भी गहरी चोट पहुंची है जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और धीरेन्द्र शास्त्री को देश के हिन्दुओं से सार्वजनिक रूप से मॉफी मांगनी चाहिए। माहरा ने कहा कि दरसल भाजपा के शीर्ष नेता समय-समय पर हिन्दुओं की आस्था से खिलवाड़ कर हिन्दू धर्म का जानबूझ कर अपमान करते आये हैं तथा लोगों की धार्मिक भावनायें भड़का कर अपना राजनैतिक उल्लू सीधा करने का काम करते रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जहां एक ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बार-बार उत्तराखण्ड के धार्मिक स्थलों पर आकर ढोंग के सिवा कुछ नहीं किया है वहीं भाजपा की राज्य सरकार की नाक के नीचे उसके नेताओं ने बाबा केदार के मन्दिर से सोने की चोरी कर साबित कर दिया है कि उन्हें हिन्दुओं या हिन्दू धर्म से कोई सरोकार नहीं है वे केवल हिन्दू धर्म का वोट बैंक के रूप में उपयोग करते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की प्रदेश सरकार प्रदेश और देश की जनता को यह नहीं बता पाई है कि आखिर मन्दिर से कितने सोने की चोरी हुई और सोने की चोरी करने वालों के खिलाफ सरकार ने क्या कार्रवाई की।
प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष संगठन मथुरादत्त जोशी ने भी राहुल गांधी के केदारनाथ दर्शन के दौरान की गई नारेबाजी की कडे शब्दों में निन्दा करते हुए कहा कि श्री केदारनाथ जैसे पवित्र धार्मिक स्थल पर इस प्रकार की कुत्सित और घृणित मानसिकता का परिचय देना उत्तराखण्ड और देवभूमि की संस्कृति के खिलाफ है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मंदिर के गृभग्रह में फोटो सूट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और धीरेन्द्र शास्त्री को हिन्दू धर्मावलम्बियों और देवभूमि की जनता से मॉफी मांगनी चाहिए।