पहाड़ का सच, देहरादून।
उत्तराखंड में तेजी से बढ़ रहे लव जिहाद के मामलों पर मुख्यमंत्री धामी ने एक आपात बैठक बुलाई, जिसमें राज्य के डीजीपी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अपर मुख्य सचिव समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने लव जिहाद के मामलों पर सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि पिछले एक-दो महीनों में लव जिहाद के कई मामले उत्तराखंड में आए हैं जिसको लेकर स्थानीय लोगों का गुस्सा भी सड़कों पर दिखाई दे रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इन मामलों को लेकर गंभीर है और सरकार ने पुलिस को प्रदेश में सत्यापन के लिए ड्राइव चलाने के भी निर्देश दिए हैं।
पिछले एक-दो महीनों में उत्तराखंड में एक दर्जन से ज्यादा लव जिहाद के मामले दर्ज किए गए हैं। जिसमें हरिद्वार हल्द्वानी गोचर और उत्तरकाशी जैसे मामलों में गिरफ्तारी भी कर ली गई है। मामलों में विशेष समुदाय के लोग हिंदू धर्म की नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर प्रेम जाल में फसा रहे हैं ।
उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष गीता खन्ना का कहना है कि प्रदेश में लव जिहाद के मामलों में एक षड्यंत्र के तहत इजाफा हो रहा है जो कुछ मुस्लिम नेताओं के इशारे पर किया जा रहा है । उन्होंने इस बात की भी वकालत की है कि प्रदेश के स्कूलों में विशेष तौर पर कानून से संबंधित विषयों को नई शिक्षा नीति के तहत पढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। वैसे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लव जिहाद के मामले में किसी षड्यंत्र के होने पर साफ कर दिया है कि चाहे षड्यंत्र हो या फिर कोई और वजह दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।